पीएम मोदी, भागवत पर बरसे तोगड़िया, बोले हिंदू कभी भाजपा को वोट ना करें
नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद के बागी नेता प्रवीण तोगड़िया ने रविवार को आरएसएस और भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि हिंदू भविष्य में कभी भी भाजपा को वोट ना दें। तोगड़िया ने कहा कि भाजपा अब हिंदुओं की पार्टी नहीं रह गई है, उसे अब मंदिर निर्माण से भी कुछ लेना देना नहीं है, वह मुसलमानों को रिझाने में जुटी है। उन्होंने प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि अब हिंदुओं को भाजपा को वोट नहीं देना चाहिए।
21 अक्टूबर को अयोध्या चलो
विश्व हिंदू परिषद से बाहर जाने के बाद तोगड़िया ने भाजपा और आरएसएस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विहिप से अलग होकर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद और राष्ट्रीय बजरंग दल का गठन किया है। उन्होंने 21 अक्टूबर से अयोध्या चलो रैली का आह्वाहन किया है। हालांकि जब तोगड़िया से पूछा गया कि क्या वह राजनीतिक दल का गठन करेंगे तो उन्होंने कहा कि हम उस पार्टी का समर्थन करेंगे जो हमारे एजेंडे का समर्थन करेगी। उन्होंने कहा कि वह हिंदुओं के हित को आगे रखने वाले दल के गठन में अहम भूमिका निभाएंगे।
पीएम मोदी और भागवत पर हमला
पीएम मोदी और आरएसएस मुखिया मोहन भागवत पर हमला बोलते हुए तोगड़िया ने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट ने एससी/एसटी एक्ट के खिलाफ फैसला दिया तो मोदी ने तुरंत इसे वापस ले लिया। लेकिन जब राम मंदिर का मुद्दा आता है तो वह कहते हैं कि इसका फैसला सुप्रीम कोर्ट करेगी। अगर कोर्ट को ही फैसला लेना है तो राम मंदिर निर्माण को लेकर भाजपा ने इतनी रैलियां क्यों की थी। लोकसभा में भाजपा के पास पूर्ण बहुमत है, ऐसे पार्टी चाहे तो राम मंदिर निर्माण को लेकर कानून बना सकती है।
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मुसलमानों पर साधा निशाना
मोहन भागवत की आलोचना करते हुए तोगड़िया ने कहा कि मुस्लिम हिंदुत्व का हिस्सा हैं, ये वही लोग हैं जिन्होंने गोधरा में ट्रेन में आग लगाई, जिन्होंने पाकिस्तान के लिए वोट किया, गो हत्या करते हैं। उन्होंने कहा कि भागवत हेडगेवार और गोवलकर के आदर्श का पालन नहीं कर रहे हैं। इतिहास उन्हें कभी माफ नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा उन लोगों पर दबाव डाल रही है जो लोग हिंदुत्व की बात कर रहे हैं। जब वीएचपी ने राम मंदिर के मुद्दे को उठाया तो आरएसएस के शीर्ष नेताओं ने इन लोगों को तलब किया। हालांकि 6-7 लोगों ने आरएसएस की बात को मान लिया लेकिन मैं अपने रुख पर कायम रहा।
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