प्रवीण तोगड़िया ने बढ़ाई भाजपा की मुश्किल, VHP के जवाब में खड़ा किया नया संगठन
हिंदू ही आगे का नारा देते हुए प्रवीण तोगड़िया ने अपने नए संगठन के अंतर्गत राष्ट्रीय बजरंग दल, राष्ट्रीय किसान परिषद, राष्ट्रीय छात्र परिषद और महिलाओं के लिए ओजस्विनी संगठन का भी गठन किया।
नई दिल्ली। हिंदूवादी नेता प्रवीण तोगड़िया ने विश्व हिंदू परिषद से अलग होने के बाद अपना नया संगठन खड़ा कर लिया है। दिल्ली में रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में 'अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद' नामक संगठन की स्थापना करते हुए प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि उनका नया संगठन हिंदू हितों के लिए कार्य करेगा। 'हिंदू ही आगे' का नारा देते हुए प्रवीण तोगड़िया ने अपने नए संगठन के अंतर्गत 'राष्ट्रीय बजरंग दल', 'राष्ट्रीय किसान परिषद', 'राष्ट्रीय छात्र परिषद' और महिलाओं के लिए 'ओजस्विनी संगठन' का भी गठन किया।
‘अबकी बार हिंदू सरकार’ के साथ दी चेतावनी
नए संगठन की घोषणा करते हुए प्रवीण तोगड़िया ने मोदी सरकार के समक्ष हिंदू मांग पत्र भी पेश किया। तोगड़िया ने मांग पत्र में कहा कि केंद्र सरकार अगले चार महीनों में राम मंदिर निर्माण, समान नागरिक संहिता, गौ हत्या पर प्रतिबंध, मुस्लिम समुदाय का अल्पसंख्यक का दर्जा खत्म और कश्मीर से धारा 370 खत्म करने का वादा पूरा करें। तोगड़िया ने कहा कि अगर अक्टूबर तक ये मांगें पूरी नहीं हुईं तो 2019 के लोकसभा चुनाव में उनका संगठन ‘अबकी बार हिंदू सरकार' के नारे के साथ राजनीतिक पार्टी के रूप में उतरेगा।
टीम बदली है तेवर नहीं: तोगड़िया
अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष खुद प्रवीण तोगड़िया हैं। दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में अपने समर्थकों की भीड़ के बीच प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि उनकी टीम बदल गई है, लेकिन उनके तेवर नहीं बदले हैं। तोगड़िया ने कहा कि उनके संगठन का उद्देश्य हिंदू समाज की सुरक्षा और उनके सम्मान के लिए काम करना होगा। इस दौरान तोगड़िया ने भाजपा को भी निशाने पर लिया। आपको बता दें कि प्रवीण तोगड़िया ने हाल ही में विश्व हिंदू परिषद से इस्तीफा दिया था।
'बड़े-बड़े भाषणों से नहीं चलेगा, सत्ता है, कार्रवाई हो'
इससे पहले प्रवीण तोगड़िया ने ट्वीट के जरिए केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा, 'अब बड़े-बड़े भाषणों से नहीं चलेगा, सत्ता है, कार्रवाई हो। धारा 370 और 35 ए तुरंत हटें। कश्मीरी हिंदुओं को कश्मीर में सम्मान, सुरक्षा सहित जल्द बसाया जाए। यही होगी डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि और केंद्र सरकार जल्द करेगी, विश्वास है, वरना भाषण क्यों देते नेता?'