मध्य प्रदेश उपचुनाव: प्रशांत किशोर ने ठुकराया कांग्रेस का ऑफर, बताई यह वजह
नई दिल्ली। चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने स्पष्ट रूप से उन रिपोर्टों का खंडन किया है। जिसमें कहा गया था कि, मध्य प्रदेश की 24 विधानसभा सीटों के लिए प्रशांत किशोर कांग्रेस के लिए चुनावी रणनीति तैयार करेंगे। दरअसल, कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने बीते दिनों कहा था कि उपचुनाव के लिए पार्टी प्रशांत किशोर से बातचीत कर रही है। बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक विधायकों का कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद ये सीटें खाली हुई थी।
'मैंने उनके प्रस्ताव पर न तो कोई सहमति दी हैं और न कोई फैसला लिया'
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक इन खबरों का खंडन करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि, न केवल मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ बल्कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी मुझसे संपर्क किया था लेकिन मैंने उनके प्रस्ताव पर न तो कोई सहमति दी हैं और न कोई फैसला लिया है। किशोर ने आगे कहा मैं कांग्रेस का ऑफर इसलिए फिलहाल नहीं लूंगा क्योंकि कांग्रेस पार्टी के साथ राज्य स्तर पर काम करने में मेरी कोई रुचि नहीं हैं।
पीसी शर्मा मंगलवार को पीके के साथ आने की बात कही थी
भोपाल शहर की दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट से विधायक एवं पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने मीडिया से मंगलवार को कहा, प्रदेश में 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से बात कर रहे हैं। वह सर्वेक्षण कर, सोशल मीडिया और मतदान की रणनीति बनाने में पार्टी की सहायता करेंगे। शर्मा ने कहा था कि किशोर प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनाव में भी पार्टी के लिए काम कर चुके हैं। उन्होंने कहा, वह पार्टी के उम्मीदवार चयन और अन्य मुद्दों पर भी मदद करेंगे।
कांग्रेस और बीजेपी के लिए आर-पार की लड़ाई
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव सत्तारुढ़ बीजेपी सरकार का भविष्य तय करेगा। कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के इस्तीफा देने के बाद कमलनाथ को 20 मार्च को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र देना पड़ा था। इसलिए कांग्रेस इन 24 सीटों पर जीत के लिए अपनी तरफ से कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाह रही है।वहीं सत्तारूढ़ बीजेपी भी पूरी तैयारी में है। पीके ने पंजाब और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस की चुनावी रणनीति बनाने में मदद की थी।
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