"16 मई तक कोरोना केस हो जाएंगे जीरो", नीति आयोग पर प्रशांत किशोर हुए हमलावर
नई दिल्ली। देश में लगातार कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। देश में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या 86 हजार के करीब पहुंच चुकी है। नीति आयोग द्वारा शेयर किए गए कोरोना केस डबलिंग ग्राफ पर कांग्रेसी नेता राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने सवाल खड़े किए हैं। चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने नीति आयोग की ओर साझा की गई स्टडी को लेकर निशाना साधा है।
नीति आयोग की भविष्यवाणी पर प्रशांत किशोर ने उठाए सवाल
प्रशांत किशोर ने शनिवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर एक ग्राफ शेयर करते हुए लिखा कि 23 अप्रैल को नीति आयोग और उनके अधिकारियों ने दावा किया था कि लॉकडाउन की वजह से कोविड-19 का फैलाव कम हुआ है। यहां तक कि 16 मई तक शून्य मामले की भी भविष्यवाणी की गई! लेकिन लेकिन राष्ट्र को इस तरह गुमराह करने के लिए जिम्मेदार होने के बावजूद वही अधिकारी कोविड रिस्पॉन्स टीम का नेतृत्व कर रहे हैं।
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राहुल गांधी ने भी कसा था तंज
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को तंज कसते हुए हुए ट्वीट किया कि, नीति आयोग के बुद्धिमान लोगों ने फिर से कर दिखाया। मैं आपको उनका यह ग्राफ याद दिलाना चाहता हूं जिसमें अनुमान जताया गया था कि सरकार की राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की रणनीति के कारण 16 मई से कोरोना को कोई नया केस नहीं आएगा। ये ग्राफ नीति आयोग की ओर से अप्रैल महीने में साझा किया गया था।
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24 अप्रैल को एक स्टडी साझा की थी
नीति आयोग के सदस्य और कोरोना पर बनी एक एंपावर्ड कमिटी के प्रमुख वीके पॉल ने 24 अप्रैल को एक स्टडी साझा की थी। इसके मुताबिक, अनुमान जताया गया था कि लॉकडाउन के कारण कोरना वायरस का एक से दूसरे व्यक्ति में संक्रमण की गति घटी है। इस कारण कोविड-19 मरीजों की संख्या दोगुनी होने की रफ्तार घट गई है और अब 10 दिनों में मरीज दोगुने हो रहे हैं। इसी स्टडी में अनुमान जाताया गया था कि 16 मई से देश में कोई नया कोरोना मरीज नहीं आएगा।
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