प्रशांत किशोर तमिलनाडु में AIADMK के लिए कर सकते है काम, आज सीएम पलानीस्वामी से IPAC की अहम मीटिंग
चेन्नई: आंध्र प्रदेश में सीएम जगन मोहन रेड्डी के लिए विधानसभा चुनाव में सफल चुनाव प्रचार करने के बाद जेडीयू उपाध्यक्ष और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की फर्म इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी(आईपीएसी) कई पार्टियों के संपर्क में है। इसमें तमिलनाडु में सत्तारुढ़ पार्टी एआईएडीएमके भी शामिल है। तमिलनाडु के सीएम के पलानीस्वामी शनिवार शाम को नई दिल्ली में प्रशांत किशोर की फर्म के दो डॉयरेक्टरों ऋषिराज सिंह और विनेश चंदेल के साथ मुलाकात करेंगे।
प्रशांत किशोर AIADMKके लिए करेंगे काम!
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक चेन्नई के सूत्रों ने पुष्टि की है कि तमिलनाडु के सीएम के पलानीस्वामी और प्रशांत किशोर की फर्म इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी(आईपीएसी) के निदेशकों और सीएम पलानीस्वामी के बीच बातचीत का विषय 20121 में होने वाला विधानसभा चुनाव होगा। इस बैठक में चुनाव प्रचार को लेकर दोनों के बीच बातचीत होगी और मीटिंग को किसी समझौते पर लाने की कोशिश होगी।
ममता से मिले थे प्रशांत
पश्चिम बंगाल में बीजेपी और टीएमसी के बीच चल रहे घमासान के बीच जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने टीएमसी प्रमुख और बंगाल की सीएम ममता से मुलाकात की थी। लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बंगाल में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए 18 सीटें जीती। राजनीतक गलियारों में इस बात की चर्चा है कि बंगाल में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में प्रशांत की फर्न और ममता मिलकर काम करेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर एक महीने के बाद आधिकारिक तौर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ काम करना शुरू कर देंगे।
कमल हासन के लिए प्रशांत कर रहे हैं काम
गौरतलब है कि प्रशांत किशोर की फर्म इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी ने हाल ही में कमल हासन की पार्टी मक्कल निधि मय्यम पार्टी के साथ कुछ पहलुओं पर काम कर रही है। एआएडीएमके ने लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेरी के साथ गठबंधन किया था। पार्टी को 38 लोकसभा सीटों में से एक पर जीत मिली। वहीं 22 सीटों पर हुए विधानसभा उपचुनाव में 9 सीटें जीती। इससे सरकार को विधानसभा में पर्याप्त नंबर मिल गए।
वाईएसआर कांग्रेस ने किया शानदार प्रदर्शन
बता दें हाल ही आंध्र प्रदेश में लोकसभा चुनाव के साथ हुए विधानसभा चुनावों में प्रशांत किशोर ने वाईएसआऱ कांग्रेस के जगन मोहन रेड्डी के लिए काम किया था। वाईएसआर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए लोकसभा की 25 सीटों में 22 सीट पर जीत दर्ज की। वहीं जगनमोहन रेड्डी की पार्टी ने विधानसभा चुनाव में 175 में 151 सीटों पर जीत हासिल कर सत्ता हासिल की। जबकि एन चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी 102 से 23 सीटों पर सिमटकर रह गई। वाईएसआर कांग्रेस को 49.9 फीसदी वोट मिले जबकि टीडीपी को 39.2 फीसदी वोट मिले।