जवानों की शहादत देश की आत्मा पर चोट, राष्ट्रहित को सर्वोच्च रखते हुए आगे बढ़े सरकार: प्रणब मुखर्जी
नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने चीन के साथ चकराव और 20 भारतीय सैनिकों की शहादत पर अपना बयान जारी किया है। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा है कि ये घटना ना सिर्फ देश बल्कि दुनिया के लिहाज से भी अहम है। हमारी सरकार को देशहित को ध्यान में रखते हुए इस पर आगे बढ़ना होगा। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, चीन के साथ हालात को संभालते हुए सरकार को इसमें सभी को विश्वास लेकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि राष्ट्रीय हित से ऊपर कुछ भी नहीं है।

ऐसा दोबारा ना हो, इसके लिए विकल्प तलाशें
प्रणब मुखर्जी ने शहादत देने वाले जवानों की श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मेरा मानना है कि हमारी संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करने वाले वीर जवानों की शहादत से बढ़कर भारत माता की कोई और सेवा नहीं हो सकती। उनके बलिदान के दम पर ही हम स्वतंत्र हैं। आगे उन्होंने लिखा, लद्दाख में देश की अंतरात्मा को चोट पहुंचाई गई है। ऐसा दोबारा ना हो, इसके लिए सभी संभव विकल्प तलाशे जानें चाहिएं। पूरे राजनीतिक वर्ग को आपसी सहयोग के माध्यम से संतोषजनक तरीके से इससे निपटने की जरूरत है। इसके लिये केंद्र सरकार को सशस्त्र बलों समेत विभिन्न हितधारकों को साथ लेना चाहिए।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शोक जताया
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लद्दाख में चीन और भारतीय सैनिकों की हुई हिंसक झड़प में एक कर्नल सहित 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने पर शोक जताया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, सशस्त्र बलों के सुप्रीम कमांडर के रूप में, मैं देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए हमारे सैनिकों के अनुकरणीय साहस और सर्वोच्च बलिदान को नमन करता हूं।

चीन-भारत के रिश्तों में बना हुआ है तनाव
पूर्वी लद्दाख में एलएसी के पास चीन और भारत की सेनाएं आमने-सामने हैं। बीते एक महीने से ज्यादा समय से दोनों देशों के बीच तनाव है। दोनों सेनाओं में जारी तनातनी के बीच सोमवार रात को हिंसक झड़प हुई। जिसमें एक कर्नल सहित 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए हैं। भारत और चीन के सैन्य अफसरों के बीच कई स्तर की बातचीत भी हो चुकी है लेकिन अभी कोई हल निकलता नहीं दिखा है।
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