प्रणब मुखर्जी बोले, मैं फिर से राष्ट्रपति पद की रेस में नहीं
जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष अपनी रणनीति बनाने में जुटे हैं। दोनों ओर से कई नाम चर्चा में हैं। इस बीच राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का ये बयान बेहद अहम है...
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने साफ कर दिया है कि वो दोबारा राष्ट्रपति चुनाव की रेस में नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरा कार्यकाल खत्म होने दो महीने बचे हैं। 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति पदभार को ग्रहण करेंगे। उन्होंने बातें ऐसे वक्त में कही हैं जब कई राजनीतिक दल प्रणब मुखर्जी को राष्ट्रपति का दूसरा कार्यकाल देने की कवायद में जुटे हुए हैं।
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर प्रणब मुखर्जी का बड़ा बयान
जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष अपनी रणनीति बनाने में जुटे हैं। दोनों ओर से कई नाम चर्चा में हैं। इस दौरान नीतीश कुमार समेत विपक्ष के कई नेताओं ने प्रणब मुखर्जी को दोबारा राष्ट्रपति बनाने की बात कही है। इस संदर्भ में कुछ विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार से भी अपील की है जिससे कि प्रणब मुखर्जी को दूसरी बार राष्ट्रपति बनाने को लेकर आम राय बनाई जा सके। इन कोशिशों के बीच राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने जिस तरह से कहा कि 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति पदभार को ग्रहण करेंगे, इससे साफ है कि वो फिर से राष्ट्रपति पद की रेस में शामिल नहीं हैं। उन्होंने खुद को इससे अलग कर लिया है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस दौरान कहा कि मैं उन अधिकारियों को वापस उनके मंत्रालयों और विभागों में भेज रहा हूं जिन्होंने मेरे साथ काम किया है। इनमें से एक अधिकारी को वाणिज्य मंत्रालय में और दो अन्य को विदेश मामले के मंत्रालय में भेजा गया है। प्रणब मुखर्जी ने ये बातें एक चाय पार्टी के दौरान कही। ये चाय पार्टी राष्ट्रपति की प्रेस सचिव रहे वेणु राजमणि के फेयरवेल पर दिया गया था। वेनु राजमणि को हेग (नीदरलैंड) में भारत का राजदूत नियुक्त किया गया है। इस कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ये भी कहा कि इतने व्यस्त राजनीतिक जीवन के बाद अब उनके मन में सवाल उठा रहा कि क्या वह फिर राष्ट्रपति के पद के अनुरुप हो पाएंगे जहां उन्हें संवैधानिक नियमों के तहत काम करना होता है?
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