प्रणब की बेटी ने किया ट्वीट, बोलीं मैंने इसलिए उन्हें चेताया था
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नई दिल्ली। देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आरएसएस में अपने कार्यक्रम को लेकर काफी चर्चा में हैं। जिस तरह से आरएसएस के कार्यक्रम में जाने से पहले प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपने पिता के आरएसएस कार्यक्रम में जाने को लेकर चिंता जताई थी, उसके बाद अब शर्मिष्ठा ने अपनी चिंता का सबूत पेश किया है। दरअसल शर्मिष्ठा मुखर्जी नहीं चाहती थीं कि प्रणब मुखर्जी आरएसएस के कार्यक्रम में जाएं, लिहाजा उन्होंने इसके लिए उन्हें आगाह किया था।
दो तस्वीरों को साझा किया
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने एक ट्वीट के जरिए तस्वीर को साझा किया है, जिसमे एक तस्वीर में प्रणब मुखर्जी को मंच पर खड़ा देखा जा सकता है, लेकिन इसमे वह आरएसएस के पारंपरिक तरीके से प्रणाम की मुद्रा में नहीं हैं, जबकि दूसरी तस्वीर में उन्हें आरएसएस के पारंपरिक तरीके से प्रणाम की मुद्रा में दिखाया गया है और इसमे उन्होंने काली रंग की टोपी भी पहन रखी है। इस तस्वीर को साझा करते हुए उन्होंने लिखा है कि मैं इसी फर्जीवाड़े को लेकर चिंतित थी, मुझे इस बात का भय था और मैंने इस बात के लिए अपने पिता को आगाह किया था। आरएसएस में हुए कार्यक्रम को अभी कुछ ही घंटे बीते हैं, लेकिन भाजपा और आरएसएस के डर्टी डिपार्टमेंट की यह गंदी हरकत पूरी रफ्तार से शुरू हो चुकी है।
भाजपा का डर्टी ट्रिक
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने दो तस्वीर को साझा किया है, जिसमे से एक तस्वीर फर्जी है और दूसरी तस्वीर वास्तविक है। असल तस्वीर में प्रणब मुखर्जी साधारण मुद्रा में मंच पर खड़े हैं, लेकिन फेक तस्वीर में वह आरएसएस की पारंपरिक प्रणाम की मुद्रा में दिखाई दे रहे हैं। इससे पहले शर्मिष्ठा मुखर्जी ने 6 जून को प्रणब मुखर्जी के कार्यक्रम से पहले ट्वीट करके कहा था कि मुझे उम्मीद है कि प्रणब मुखर्जी को इस बात का अंदाजा हो गया होगा कि आखिर कैसे भाजपा का डर्टी ट्रिक डिपार्टमेंट काम करता है।
भाषण लोग भूल जाएंगे, तस्वीर याद रखेंगे
यहां तक कि आरएसएस को भी इस बात पर भरोसा नहीं होगा कि आप उनके विचारों का प्रचार करने के लिए उनके कार्यक्रम में जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोग भाषण भूल जाएंगे लेकिन तस्वीरों को याद रखेंगे, लोगों के बीच फर्जी तस्वीरें साझा की जाएंगी। प्रणब मुखर्जी की बेटी ने कहा था कि आपके नागपुर में आरएसएस कार्यक्रम में जाने के बाद आप आरएसएस और भाजपा को फर्जी खबरें फैलाने की खुली छूट दे रहे हैं, अफवाहें फैलाई जाएंगी और इन खबरों को इस तरह से प्रस्तुत किया जाएगा कि यह सच लगे। बहरहाल यह सब सिर्फ शुरुआत होगी।