राहुल गांधी ने किसी को लाल किले पर चढ़ने के लिए नहीं कहा था: कैप्टन अमरिंदर सिंह
Prakash Javadekar trying to shift Red Fort blame on Congress and Rahul Gandhi: Capt Amarinder Singh: ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस का एक्शन जारी है। आज दिल्ली पुलिस ने कई किसान नेताओं को नोटिस थमाया है और उनसे 3 दिनों के अंदर जवाब देने को कहा है तो वहीं दूसरी ओर इस मुद्दे पर जमकर सियासत गर्मा गई है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है तो इसी बीच पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर पर तीखा हमला बोला है।
उन्होंने साफ तौर पर कहा इस घटना को स्पष्ट तौर पर जावडेकर की अपनी भाजपा के समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने आम आदमी पार्टी के साथ मिलीभगत करके भड़काया था। इस घटना के पीछे कांग्रेस कहीं भी नहीं है। उन्होंने कहा कि लाल किले हिंसा पर अपना दोष बीजेपी हम पर थोपना चाहती है। हिंसा की जगह पर बीजेपी के समर्थक देखे गए थे और लाल किला हिंसा में बीजेपी की भूमिका है।
'राहुल गांधी ने किसी को लाल किले पर चढ़ने के लिए नहीं कहा था'
सीएम अमरिंदर ने कहा कि राहुल गांधी ने किसी को लाल किले पर चढ़ने के लिए नहीं कहा था। कृषि बिल किसान विरोधी है, हम इसका समर्थन नहीं कर रहे हैं, हम अन्नदाताओं के साथ हैं लेकिन भाजपा इसमें खेल खेल रही है लेकिन वो इसमें कामयाब नहीं हो पाएगी। कैप्टन ने कहा कि हिंसा भड़काने के लिए जिन लोगों को पहचाना गया है उनमें एक भाजपा सांसद सनी देयोल का नजदीकी रहा है।
किसानों को उकसा रहे हैं राहुल गांधी: प्रकाश जावडेकर
मालूम हो कि एक दिन पहले केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर (Prakash Javadekar) ने कहा था क जिन्होंने भी 26 जनवरी को किसानों को उकसाया, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. कल जिस तरह से लाल किले पर तिरंगे का अपमान हुआ, उसे भारत बर्दाश्त नहीं करेगा. राहुल गांधी किसानों का समर्थन नहीं कर रहे थे, वे उन्हें उकसा रहे थे। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस भी ये बात जानती है कि नए कानून किसी भी तरह से किसानों के खिलाफ नहीं हैं लेकिन वो जानबूझकर किसानों को भड़का रही है।
राष्ट्रपति के भाषण का बहिष्कार करेंगे 16 दल
मालूम हो कि कृषि कानून को लेकर जहां सड़कों पर किसान हैं वहीं दूसरी ओर संसद के अंदर विपक्ष भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी में लगी है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने बजट सत्र शुरू होने से पहले ही अपने तेवर साफ कर दिए हैं। आजाद ने कहा कि विपक्ष के 16 दल 29 जनवरी को होने वाले राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेंगे। आजाद ने कहा कि हम 16 दलों की ओर से बयान जारी करने जा रहे हैं कि शुक्रवार को होने वाले राष्ट्रपति के भाषण का हम बहिष्कार करेंगे, इसकी मुख्य वजह यह है कि कृषि बिलों को सदन में जबरन विपक्ष के बिना पास कराया गया है।
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