दिल्ली हिंसा दो दिन की नहीं, दो महीने से हो रही थी कोशिश: प्रकाश जावड़ेकर
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि दिल्ली में हुई हिंसी कोई दो दिन की नहीं है। इसके लिए दो महीने से लोगों को उकसाया जा रहा है। गुरुवार को दिल्ली हिंसा पर कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल के राष्ट्रपति से मिलकर ज्ञापन देने के बाद भाजपा नेता जावड़ेकर ने ये बात कही है। जावड़ेकर ने कहा, कांग्रेस का राष्ट्रपति से मिलना सिर्फ राजनीति है और कुछ नहीं। कल सोनिया गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और आज राष्ट्रपति के दरवाजे पर पहुंचे और वहां भाजपा पर दोषारोपण कर रहे हैं।
जावड़ेकर ने कहा, ये दो दिन की हिंसा नहीं है दो महीने से लोगों को उकसाया जा रहा है। सीएए पारित होने के बाद राम लीला मैदान में सोनिया गांधी की रैली हुई जिसमें उन्होंने कहा था कि ये आर- पार की लड़ाई है, फैसला लेना पड़ेगा इस पार या उस पार। उकसाने का काम वहीं से शुरू हुआ। 14 दिसंबर को रामलीला मैदान में सोनिया गांधी ने कहा फैसला लेना पड़ेगा इस पार या उस पार। प्रियंका ने कहा कि लाखों को बंदी बनाया जायेगा, जो नहीं लड़ेगा वो कायर कहलाएगा। राहुल गांधी ने कहा कि आप डरो मत कांग्रेस आपके साथ है।
जावड़ेकर ने कहा, आप और कांग्रेस ने उकसाने का काम किया है। पंद्रह करोड़, सौ करोड़ वाला बयान देकर उकसाया गया। हिंसा फैलाने का बहुत सारा सामान आम आदमी पार्टी के नेता ताहिर हुसैन के घर से मिला, इस पर 'आप' और कांग्रेस खामोश क्यों हैं।
जावड़ेकर ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हल्की राजनीति कर रहे हैं। वो दंगाग्रस्त क्षेत्रों में जाने की बजाय विधानसभा में इन दंगों में मरने वालों का मजहब बता रहे हैं। धर्म के आधार पर दंगा पीड़ितों की पहचान करने के बजाय 'आप' विधायकों को शांति के लिए काम करना चाहिए।
बता दें किदिल्ली हिंसा को लेकर कांग्रेस नेताओं का प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिला। राष्ट्रपति से मिलने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा, हमने राष्ट्रपति से आग्रह किया है कि वह 'राजधर्म' की रक्षा के लिए अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करें। जिस तरह की हिंसा दिल्ली में बीते चार गिनों में हुई वो राष्ट्र के लिए शर्मनाक है। सरकार अपनी ड्यूटी में फेल हुई है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, हमारी राष्ट्रपति से अपील है कि अमित शाह को गृहमंत्री पद से हटाया जाए।बतौर गृहमंत्री अमित शाह अपना काम ठीक से नहीं कर पाए और दिल्ली में जानमाल का भारी नुकसान हो गया।