प्रज्ञा ठाकुर ने संसद में दिया पहला भाषण, भोपाल जेल के कटु अनुभव किए शेयर
भोपाल: भोपाल की नवनिर्वाचित सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने शुक्रवार को संसद में अपना पहला भाषण दिया। उन्होंने अपने पहले भाषण में कहा कि भोपाल की जेल में डॉक्टर और नर्स नहीं है। उन्होंने जल्द से जल्द यहां यहां मेडिकल स्टॉप की तैनाती की मांग की। प्रज्ञा सिंह ठाकुर 2008 के मालेगांव धमाके की आरोपी है और इस मामले में मुकदमे का सामना कर रही हैं।
प्रज्ञा ठाकुर ने संसद में दिया पहला भाषण
बीजेपी सांसद ने बताया कि भोपाल की जेल में कम से कम 3000 पुरुष कैदी और करीब 150 महिला कैदी है। इसके अलावा 20 से 25 बच्चे है। उन्होंने जेल में मिलने वाली मेडिकल सुविधाओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन लोगों के पास जरूरत पड़ने पर मेडिकल स्टाफ उपलब्ध नहीं है। प्रज्ञा ठाकुर ने जेल में कैदियों की पिटाई और जेल के अपने अनुभव के बारे में भी बताया।
प्रज्ञा ठाकुर ने जेल के अनुभव किए शेयर
प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि जब में जेल में थी, तो मैंने देखा कि स्थिति बहुत खराब है और अब ये और भी बुरी हो गई है। भोपाल की जेल में करीब 3000 पुरुष कैदी, 150 महिला कैदी और 25-30 बच्चे हैं। लेकिन इन लोगों के लिए यहां कोई डॉक्टर नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि यदि कोई अचानक बीमार पड़ जाए तो डॉक्टर की कमी की वजह से तुरंत मेडिकल सुविधाएं नहीं मिलने पर स्थिति बहुत बिगड़ सकती है। उन्होंने जेल में बंद बच्चों को दिए जाने वाले खाने के मुद्दे को भी उठाया।
'बच्चों को मिलने वाले खाने में भरपूर पोषण नहीं'
साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि जेल में बच्चों का मिलने वाला भोजन पोषण से भरपूर नहीं है। उन्होंने जेल में कानून और व्यवस्था के मुद्दे पर भी अपनी बात संसद में रखी। साध्वी ने कहा कि जेल में लाए गए कैदियों को पीटा जाता है। गौरतलब है कि बीजेपी के टिकट पर प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को लोकसभा चुनाव में हराया था। भोपाल लोकसभा सीट में उन्होंने दिग्विजय सिंह को 3.64 लाख वोटों से हराया।