महाराष्ट्र: बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर राज ठाकरे के चेतावनी भरे पोस्टर, कहा- छोड़ दें भारत नहीं तो...
मुंबई। देश के कई हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और संभावित राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) का जमकर विरोध हो रहा है। इस बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के रायगढ़ जिले के पनवेल इलाके में पोस्टर लगाए गए हैं। जिसमें कहा गया है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों को स्वेच्छा से देश छोड़ देना चाहिए। अगर वो ऐसा नहीं करते हैं तो एमएनएस अपने स्टाइल में उन्हें बाहर कर देगी। इस पोस्टर में राज ठाकरे और उनके बेटे अमित ठाकरे की भी तस्वीर लगी है।
मोदी सरकार का समर्थन किया था
इससे पहले एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने बांग्लादेशी और पाकिस्तानी घुसपैठियों को बाहर निकालने को लेकर मोदी सरकार का समर्थन भी किया था। 23 जनवरी को अपनी पार्टी के नए झंडे का अनावरण करते वक्त ठाकरे ने सीएए और एनआरसी का समर्थन किया था और कहा था कि वह पाकिस्तानी और बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर निकालने की मांग को लेकर 9 फरवरी को एक मार्च निकालेंगे।
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कैसा है पार्टी का नया झंडा?
राज ठाकरे ने अपनी पार्टी के नए झंडे का अनावरण किया है। जो भगवा रंग का है और जिसमें योद्धा राजा शिवाजी के समय के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली 'राजमुद्रा' है। झंडे पर संस्कृत में श्लोक लिखा गया है- 'प्रतिपच्चन्द्रलेखेव वर्धिष्णुर्विश्ववन्दिता, शाहसूनो: शिवस्यैषा मुद्रा भद्राय राजते।'
2006 में बनी थी एमएनएस
गौरतलब है कि राज ठाकरे ने साल 2006 में अपनी पार्टी बनाई थी। तब पार्टी के झंडे में भगवा, नीला और हरा रंग था। इन रंगों को हिंदू, मुस्लिम और दलित समुदाय की भलाई के लिए मनसा के रुख और महाराष्ट्र के विकास को आगे बढ़ाने का प्रतीक बताया गया था। बेशक कई विपक्षी पार्टियां सीएए का विरोध कर रही हैं लेकिन राज ठाकरे की पार्टी इस कानून का पूरा समर्थन कर रही है।