कोलकाता में अमित शाह की रैली, शहर में लगे पोस्टर- 'एंटी बंगाल बीजेपी गो बैक'
कोलकाता। बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के कोलकाता दौरे को लेकर टीएमसी और बीजेपी आमने-सामने हैं। एक ओर, जहां कथित तौर पर टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कोलकाता में अमित शाह की शनिवार को होने वाली रैली से पहले पूरे शहर में 'एंटी बंगाल बीजेपी वापस जाओ' के पोस्टर चिपका दिए, तो दूसरी तरफ उन्होंने उन बसों में तोड़फोड़ की जो नया बसत इलाके में बीजेपी कार्यकर्ताओं को ले जाने के लिए आई थी। हालांकि इस दौरान किसी को चोट नहीं आई है और एक एफआईआर चंद्रकोण पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई है।
ये भी पढ़ें: उपसभापति चुनाव में एनडीए के साथ जाने से टीआरएस पर भड़की कांग्रेस, 13 को हैदराबाद में रैली करेंगे राहुल गांधी
अमित शाह की कोलकाता में रैली
बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शनिवार को कोलकाता में एक रैली को संबोधित करने वाले हैं जिसको लेकर पं. बंगाल भाजपा ने काफी तैयारियां की हैं और करीब 2 लाख कार्यकर्ताओं के रैली में आने का बीजेपी ने दावा किया है। बीजेपी को पं. बंगाल में 2014 लोकसभा चुनाव में 2 सीटें हासिल हुई थी जिसके बाद बीजेपी अब अधिक सीटों पर जीत हासिल करने को लेकर तैयारियों में जुटी है। हाल के दिनों में पं. बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या के बाद अमित शाह और बीजेपी ने सीएम ममता बनर्जी और टीएमसी पर निशाना साधा है।
बीजेपी कार्यकर्ताओं का आना जारी
अमित शाह की कोलकाता रैली को लेकर टीएमसी पर हमला बोलते हुए भाजयुमो नेत्री पुनम महाजन ने कहा कि 2005 में ममता बनर्जी कुछ और बोलती थी, जबकि NRC के मुद्दे पर 2018 में कुछ और बोलती हैं। इस यू-टर्न के खिलाफ, युवाओं के लिए बीजेपी रैली कर रही है। वहीं, दूसरी ओर, मायो रोड पर होने वाली रैली के लिए बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ताओं का आना जारी है।
'एंटी बंगाल बीजेपी वापस जाओ' के लगे पोस्टर
वहीं, अमित शाह की रैली से पहले शहर में 'एंटी बंगाल बीजेपी वापस जाओ' के पोस्टर पर प्रतिक्रिया देते हुए बंगाल बीजेपी के एक नेता ने कहा कि ये सब टीएमसी ने किया है। हालांकि टीएमसी ने इन आरोपों को खारिज किया है। जबकि बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलिप घोष ने कहा कि ये सब दर्शाता है कि टीएमसी इस रैली से कितना डरी हुई है। बंगाल के लोग सुशासन का इंतजार कर रहे हैं। बंगाल टीएमसी की प्रॉपर्टी नहीं है और उन लोगों को ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए। दिलिप घोष ने कहा कि आने वाले दिनों में बंगाल के लोग ये तय करेंगे कि कौन यहां से जाएगा।
ये भी पढ़ें: मोदी सरकार का सबसे सफल संसद सत्र खत्म, बने कई रिकॉर्ड