प्रेरणादायक कहानी: ट्यूमर से जिंदगी की जंग लड़कर जीता ब्यूटी कॉन्टेस्ट, अब लोगों को करती हैं प्रेरित
बेंगलुरू में तीन बच्चों की एक मां ने जिंदगी से जंग जीतते हुए Mrs India Karnataka Congeniality (आत्मीयता) का खिताब जीता है। 31 साल की सोनिया सिंह को ब्रेन में ट्यूमर था, लेकिन इस बीमारी ने उन्हें आगे बढ़ने से नहीं रोका। सोनिया ने इस बीमारी से जंग लड़ी और उसे हराया भी।
बेंदलुरू। बेंगलुरू में तीन बच्चों की एक मां ने जिंदगी से जंग जीतते हुए Mrs India Karnataka Congeniality (आत्मीयता) का खिताब जीता है। 31 साल की सोनिया सिंह को ब्रेन में ट्यूमर था, लेकिन इस बीमारी ने उन्हें आगे बढ़ने से नहीं रोका। सोनिया ने इस बीमारी से जंग लड़ी और उसे हराया भी। आज वो अपनी प्रेरणादायक कहानी, हजारों-लाखों लोगों को सुना कर उनका हौसला बढ़ा रही हैं।
सिर और कंधे में दर्द से शुरू हुई बीमारी
गंभीर बीमारी होने के बाद लोग अक्सर जिंदगी के आगे झुक जाते हैं लेकिन बेंगलुरू की सोनिया सिंह ने ऐसा बिल्कुल नहीं किया। जब जिंदगी उनके सामने एक बड़ी मुश्किल लेकर आई तो उन्होंने उसे स्वीकार किया और उसका सामना भी किया। उन्होंने उस मुश्किल के आगे घुटने नहीं टेके और पूरे जज्बे के साथ लड़ीं। सोनिया को ब्रेन ट्यूमर था। उन्हें पहले तो इस ट्यूमर का का बिल्कुल पता नहीं चला। सिर और कंधों में दर्द होता था लेकिन तब ये गंभीर नहीं लगा, फिर जब खाना खाने में तकलीफ होने लगी तब सोनिया को समझ आया कि बीमारी काफी गंभीर है।
नहीं हारी हिम्मत और लड़ी जिंदगी की जंग
तीन बच्चों की मां सोनिया ने साल 2013 में बीजीएस ग्लोबल ग्लेनिगल्स अस्पताल में अपना इलाज कराया। उनके ब्रेन स्टेम में Medullary Cystic Tumour था। अस्पताल के प्रमुख न्यूरोसर्जन डॉ. वेंकटरमन ने बताया, 'ट्यूमर ब्रेन सिस्टम में था और ऑपरेशन करने में मुश्किल था। इस स्टेज पर काफी मरीज डिप्रेशन में चले जाते हैं लेकिन सोनिया ने हिम्मत नहीं हारी। इसके बाद वो जिंदगी को लेकर और सकारात्मक हो गईं।' इलाज के बाद सोनिया पूरी तरह से ठीक हो गई हैं।
ब्यूटी कॉन्टेस्ट जीतना नहीं था आसान
सोनिया ने हाल ही में एक ब्यूटी पीजेंट में हिस्सा लिया और Mrs India Karnataka Congeniality 2018 का खिताब जीता। अपनी जीत पर सोनिया ने टीओआई को बतया कि ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हील्स पहनना आसान नहीं था। ट्यूमर उस जगह था जो स्पाइनल कॉर्ड को कंट्रोल करता है, इसलिए ज्यादा देर तक हील्स पहनने से पैर सूज जाते थे।