संस्कृत में गीता पर निबंध लिखकर 16 साल के नदीम ने मारी बाजी, जीता पहला इनाम
राजस्थान के जयपुर में संस्कृत भाषा पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें 16 साल का एक छात्र बाजी मार गया। 16 साल के नदीम खान ने संस्कृत में गीता पर निबंध लिखने की प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता में संस्कृत पर और भी कई कार्यक्रम के आयोजन किए गए थे।
जयपुर। राजस्थान के जयपुर में संस्कृत भाषा पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें 16 साल का एक छात्र बाजी मार गया। 16 साल के नदीम खान ने संस्कृत में गीता पर निबंध लिखने की प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता में संस्कृत पर और भी कई कार्यक्रम के आयोजन किए गए थे।
जयपुर में अक्षय पात्र फाउंडेशन ने गीता फेस्ट का आयोजन किया था। इस आयोजन में गीता पर निबंध, गीता श्लोकों का पाठ और हैंडराइटिंग, जैसी तीन प्रतियोगिताएं रखी गई थीं। इन प्रतियोगिताओं में 8000 स्कूली बच्चों ने भाग लिया था जिसमें से नदीम बाजी मार गए। 10वीं में पढ़ने वाले नदीम खान ने गीता पर निबंध लिखने की प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त किया।
वहीं गीता के श्लोकों की प्रतियोगिता में दूसरी क्लास में पढ़ने वाली जहीन नकवी और चौथी क्लास में पढ़ने वाले जोराबिया नागोरी पहले नंबर पर रहे। संस्कृत भाषा को लेकर नदीम कहते हैं कि उन्हें ये बाकी भाषाओं से ज्यादा पसंद है। उन्होंने कहा, 'मुझे मालूम है कि इस भाषा में बात करने का मौका शायद ही मिले लेकिन फिर भी म मुझे ये पसंद है। स्कूल में शिक्षक संस्कृत भाषा में बात नहीं करते इसलिए मैं सही से बात नहीं कर पाता। शिक्षकों का कहना है कि इसे केवल लेखन में ही रखें।'
नदीम जैसे बच्चे रोशनी की किरण हैं। भारत की प्राचीन भाषा संस्कृत के बारे में अगर ये कहा जाए की वो विलुप्ति की कगार पर है, तो कुछ गलत नहीं होगा। आजकल काफी कम लोग संस्कृत भाषा को बोल या पढ़ सकते हैं। ऐसे में यही बच्चे हैं, जो संस्कृत को आने वाले समय में जिंदा रखेंगे।
ये भी पढ़ें: लेबर पेन में होने के बावजूद इस लड़की ने दी परीक्षा, सोशल मीडिया पर लोगों ने किया जज्बे को सलाम