सबसे ज्यादा तालियां बटोरने वाले मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी पर दर्ज हैं 7 आपराधिक मामले
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी दूसरी बार शपथ ले चुके हैं। भव्य समारोह में पीएम मोदी व उनके मंत्रिमंडल के 57 सदस्यों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। पीएम की नई कैबिनेट में जिस शख्स के नाम की खूब चर्चा है, वो हैं ओडिशा के सांसद प्रताप चंद्र सारंगी। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय और पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन विभाग में उन्हें केंद्रीय राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया है। शपथ ग्रहण के बाद से ही सारंगी का नाम आपराधिक मामलों में जोड़ा जाने लगा है। चुनाव सुधारों पर नजर रखने वाली संस्था नेशनल इलेक्शन वॉच और एडीआर (एसोसिएशन फॉर ड्रेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स) के मुताबिक सारंगी के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने, वैमनस्य पैदा करने समेत अन्य धाराओं में कुल 7 मामले दर्ज हैं।
सोशल मीडिया पर बताया जा रहा ग्राहम स्टेन्स हत्याकांड का भी दोषी
सारंगी के शपथग्रहण के बाद से ही सोशल मीडिया पर उनकी खिलाफत में एक पोस्ट वायरल है। सारंगी को ग्राहम स्टेन्स हत्याकांड का दोषी भी बताया जा रहा है। फेसबुक पर तेजी से फैल रही पोस्ट में लिखा है- "जिस इंसान को ज्यादातर लोग जानते ही नहीं उसके लिए सबसे ज्यादा तालियां क्यों बजीं! ओडिशा के बालासोर से सांसद और मोदी कैबिनेट में मंत्री पद का शपथ लेने वाले प्रताप षडंगी पर 7 क्रिमिनल केसेज हैं। ओडिशा में कुष्ठ रोगियों के लिए काम करने वाले ग्राहम स्टेन्स को 23 जनवरी 1999 को उनकी ही गाड़ी में जलाकर मार डाला गया था। उस वक्त गाड़ी में ग्राहम के दो मासूम बच्चे भी जलकर मर गए। ये मर्डर बजरंग दल वालों ने करवाया था। और उस वक्त ओडिशा में बजरंग दल के स्टेट को-ऑर्डिनेटर थे कल से लोकतंत्र की प्रतिमूर्ति बन गए प्रताप सारंगी।
जानिए प्रताप चंद्र सारंगी के बारे में
सारंगी कई सालों से समाजसेवा में लगे हैं। उन्होंने शादी भी नहीं की है। वो रामकृष्ण मठ में साधु बनना चाहते थे। इसके लिए वो कई बार मठ भी गए थे। लेकिन जब मठ वालों को पता लगा कि उनके पिता नहीं है और उनकी मां अकेली हैं, तो मठ वालों ने उन्हें मां की सेवा करने को कहा। पिछले साल उनकी मां का देहांत हुआ है।
ओडिशा का मोदी भी कहा जाता है
64 वर्षीय प्रताप चंद्र सारंगी को मोदी कैबिनेट का सबसे गरीब मंत्री कहा जा रहा है। वे अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं। कहा जाता है कि सारंगी ने कभी साधु बनना चाहा था और वह एकांत जीवन बिताना चाहते थे लेकिन उनका समाज के प्रति समर्पण और जनसेवा का भाव उनको मोदी मंत्रिमंडल में ले आया। सारंगी लंबे समय तक आरएसएस से जुड़े रहे हैं और इस बार के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बालासोर संसदीय सीट से बीजद प्रत्याशी रबींद्र कुमार जेना को 12,956 मतों से हरा दिया। बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य सारंगी को ओडिशा का मोदी भी कहा जाता है। वह दो बार ओडिशा विधानसभा के लिए चुने जा चुके हैं।