झोपड़ी को बचाने के लिए आग में जिंदा कूदी गरीब बुजुर्ग महिला, 70 फीसदी जलीं
नई दिल्ली। आपके सिर से अगर छत छिन रही हो तो उसे बचाने की आप हर संभव कोशिश करते हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के मुरैना में महिला ने अपनी छोपड़ी बचाने के लिए आग में कूद गई। दरअसल पोरसा में नागाजी मंदिर की जमीन पर अवैध कब्जा हटाने के लिए मंगलवार को पुलिस की टीम पहुंची थी। इस दौरान टीम ने दलित महिला की झोपड़ी में आग लगी, जिसे देख महिला उस आग में जिंदा कूद गई। मामले की जानकारी मिलने के बाद आस पास के ग्रामीण आक्रोशित हो गए और उन्होंने प्रशासन के खिलाफ हंगामा शुरू कर दिया। यही नहीं पोरसा तहसीलदार को लोगों ने बंधक बना लिया।
जानकारी के अनुसार जमीन पर कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया था और लोग यहां पर झोपड़ी बनाकर रह रहे थे। इसी अवैध कब्जे को हटाने के लिए प्रशासन की टीम पहुंची थी। इस दौरान दलित महिला राजाबेटी ने झोपड़ी को हटाने के लिए दो दिन का समय मांगा था। लेकिन अधिकारियों ने ऐसा करने से इनकार कर दिया और उसकी झोपड़ी में आग लगा दी। झोपड़ी में अनाज को जलता देख महिला बिलखने लगी और झोपड़ी में कूद गई। जिसके बाद किसी तरह से महिला को बाहर निकाला गया, लेकिन तबतक वह 70 फीसदी जल चुकी थी।
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और बवाल शुरू कर दिया। लोगों ने तहसीलदार को गिरफ्तार कर लिया। लोगों ने तहसीलदार की गाड़ी को तोड़ दिया। साथ ही जेसीबी में आग लगा दी। आक्रोशित लोगों को हटाने के लिए यहां पर पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया और लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। काफी समय के बाद स्थिति पर काबू पाया जा सका।
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