5 सालों में पहली बार दशहरे के बाद कम रहा प्रदूषण, दिल्ली की हवा हो रही बेहतर
नई दिल्ली। पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रदूषण कम करने को लेकर चलाई जा रही मुहिम का असर दशहरे के त्योहार पर देखने को मिला। मंगलवार को देश की राजधानी दिल्ली में दशहरा का त्योहार मनाया गया। इस दौरान कुंभकरण, मेघनाद व रावण के पुतलों का दहन करने के साथ-साथ आतिशबाजी भी हुई। हालांकि, पटाखों के कम इस्तेमाल और हवा की दिशा में बदलाव के चलते बुधवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 173 दर्ज किया गया, जो कि पिछले 5 सालों में सबसे कम है।
दशहरे के त्योहार पर इस बार पटाखे भी पहले के मुकाबले कम चले। ऐसा 5 सालों में पहली बार हुआ है जब वायु प्रदूषण सबसे कम रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड CPCB) के मुताबिक, इस बार दशहरे पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 173 रहा। जबकि 2018 में एयर क्वालिटी इंडेक्स 326 रहा था। वहीं, 2017 में एयर क्वालिटी इंडेक्स 196 था और 2016 में एयर क्वालिटी इंडेक्स 223। इसके अलावा 2015 में एयर क्वालिटी इंडेक्स 292 रहा था। यानी, पिछले 5 सालों की तुलना में दशहरे के त्योहार के बाद हवा की गुणवत्ता में काफी सुधार देखने को मिला।
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आईएमडी, दिल्ली के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव कहते हैं, 'मानसून वापसी की शुरुआत हो चुकी है, यह पंजाब, पश्चिमी हरियाणा और उत्तरी राजस्थान से लौटने लगा है, अगले तीन से चार दिनों में मानसून दिल्ली से भी लौट जाएगा। इसके बाद, हवा की दिशा भी बदल जाएगी और प्रदूषण का स्तर बढ़ने की संभावना है।' दरअसल, दिल्ली में मानसूनी बारिश भी कम हुई है फिर भी वायु गुणवत्ता में सुधार देखने को मिला है। आमतौर पर दशहरे और दिवाली के दौरान प्रदूषण बढ़ जाता है लेकिन इस साल दशहरे के बाद इसमें कमी आई है। सीपीसीबी के मुताबिक, ठंडी बढ़ने के साथ प्रदूषण में इजाफा हो सकता है।