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वोटों को बटोरने के लिए खुले आम मंगाई जा रही शराब की बोतलें

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minister bribe
लखनऊ। चुनाव करीब आ रहे हैं और वोटरों को लुभाने का सिलसिला शुरू हो गया है। चुनाव आयोग से बचने के लिए उम्मीदवारों ने वोटरों को मुफ्त शराब बांटने का नायाब तरीका निकाला है। वह शराब की पर्चियां काट रहे हैं। वोटर यह चिट लेकर शराब के ठेके पर पहुंचते हैं और उन्हें बिना पैसे दिए सिर्फ बोतल नहीं बल्कि शराब की पेटियां तक मिल रही हैं। सूत्रों की मानें तो यह पर्चियां संबंधित राजनेता के कहने पर ही जारी की गई हैं।

गौरतलब है कि उत्‍तर प्रदेश की 80 लोक सभा सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए नेता किसी तिकड़म को आजमाने में पीछे नहीं हटते हैं। यही कारण भी है कि इस प्रदेश के नेता सबसे ज्‍यादा विवादों में रहते हैं। कुछ ऐसा ही एक वाक्‍या सामने आया है जिसमें हमीरपुर जिले के नेता पर्ची बनाकर लोगों को बांटते हैं और उसी के आधार पर वो अपना चुनावी समीकरण भी बैठा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो यूपी के कई नेताओं ने मॉडल शाप के ठेकेदारों से इस बात के लिए पहले से ही सांठ-गांठ कर ली है। ये नेता इस बात का भी दावा करते हैं कि चुनाव आयोग की पकड़ से ये ब‍हुत दूर हैं।

राजनेता के कहने पर जारी हुई चिट:
सूत्र बताते हैं कि चिट एक राजनेता के कहने पर ठेकेदार की ओर से जारी की गई थी। करीब आधे घंटे बाद एक और व्यक्ति चिट लेकर आया और चिट दिखा कर शराब की पेटी लेकर वहां से रवाना हो गया। पड़ताल करने पर पता चला कि चिट पर संबंधित ठेके के पार्टनर की स्टैंप लगी थी। स्टैंप पर लिखा था- मै, प्रभात चंद एंड कंपनी। नीचे ठेकेदार के साइन थे और ऊपर ब्रांड का नाम और मात्रा अंकित की हुई थी। चिट के नीचे फोन नम्बर 9418031816 लिखा था। इस नंबर पर फोन करने पर पता चलता है कि ये नंबर सुभाष के नाम पर है। उसने कहा कि शादी के आर्डर के सिलसिले चिट जारी की गई होगी। जबकि आप सभी को जानकर हैरानी होगी कि 2 मई से पहले शादी का कोई मुर्हूत नहीं है। तो यह शराब किस शादी के लिए बांटी जा रही थी?

जांच के आदेश:

इस मामले पर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नरेंद्र चौहान ने कहा कि पर्ची से थोक में शराब देना गलत है। हमीरपुर में अगर ऐसी गतिविधियां चल रही हैं तो निश्चित तौर पर यह गंभीर मामला है। आबकारी विभाग के नोडल अफसर जीडी ठाकुर को तुरंत निर्देश दिया जाएगा कि वे मौके पर जाकर इसकी पूरी पड़ताल करें। जो भी दोषी पाए जाए, उसके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करें।

Comments
English summary
In Uttar Pradesh even senior leaders are ordering for wine through chit. To hide this act leaders are using so much security.
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