Jamia Prostest: अखिलेश यादव ने पूछा- क्या यही 'गुजरात मॉडल' है, इस क्रिकेटर ने भी जताई चिंता
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में रविवार को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों और प्रदर्शनकारियों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान दिल्ली के कई इलाकों में आगजनी और तोड़फोड़ की गई वहीं कई जगह रोड को ब्लॉक कर के यातायात को बाधित किया गया। प्रदर्शन उग्र होने के बाद सुरक्षा के लिहाज से कई मेट्रो स्टेशनों पर आवा जाही रोक दी गई है। दिल्ली में मचे बवाल पर अब राजनेताओं के रिएक्शन भी आने शुरू हो गए हैं। आइए जानते हैं किसने क्या कहा...
अखिलेश यादव ने साधा केंद्र पर निशाना
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर दिल्ली के हालात पर चिंता व्यक्त की है। इसके साथ ही उन्होंने मोदी सरकार और बीजेपी पर भी हमला बोला है। उन्होंने लिखा कि जिस प्रकार जामिया मिलिया के छात्र-छात्राओं से बर्बरतापूर्ण हिंसा हुई है और विद्यार्थी अभी भी फँसे हुए हैं, ये बेहद निंदनीय है। पूरे देश को हिंसा में फूँक देना ही क्या आज के सत्ताधारियों का असली ‘गुजरात मॉडल' है।
जिस प्रकार जामिया मिलिया के छात्र-छात्राओं से बर्बरतापूर्ण हिंसा हुई है और विद्यार्थी अभी भी फँसे हुए हैं, ये बेहद निंदनीय है.
पूरे देश को हिंसा में फूँक देना ही क्या आज के सत्ताधारियों का असली ‘गुजरात मॉडल’ है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 15, 2019
असदुद्दीन ओवैसी ने की जांच की मांग
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी पहले से ही नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर चुके हैं। रविवार को दिल्ली में जो हुआ उस पर उन्होंने ट्वीट कर घटना के न्यायिक जांच की मांग की है। उन्होंने लिखा कि जामिया मिलिया में अभी एकजुटता हैं, दिल्ली पुलिस को सभी छात्रों को हिरासत से छोड़ना चाहिए और हमें यह बताया जाना चाहिए कि पुलिस की बर्बरता के कारण घायल हुए छात्रों की संख्या क्या है। घटना की जांच के लिए एक स्वतंत्र न्यायिक जांच स्थापित की जानी चाहिए।
In solidarity with Jamia Milia right now@DelhiPolice should release all the students in police custody & tell us the number of students injured due to police brutality
An independent judicial inquiry should be set up to investigate into the incident pic.twitter.com/q9ZDqvxU7F
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 15, 2019
तेजस्वी यादव प्रदर्शनकारियों का किया समर्थन
राष्ट्रीय जनता दल के नेता और लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने दिल्ली की घटना पर चिंता जताते हुए प्रदर्शन कर रहे जामिया के छात्रों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि जामिया के साथियों आपने अपना प्रतिरोध शांतिपूर्ण और संवैधानिक रखा है। आपको समर्थन व जिंदाबाद। प्रायोजित तरीके से आपके आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश हुई है।ऐसे तत्वों को चिन्हित करिए। दिल्ली पुलिस के साथियों, ये आपके ही साथी है जो मुल्क और संविधान की हिफाज़त के लिए सड़कों पर है।
जामिया के साथियों, आपने अपना प्रतिरोध शांतिपूर्ण और संवैधानिक रखा है। आपको समर्थन व ज़िंदाबाद। प्रायोजित तरीके से आपके आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश हुई है।ऐसे तत्वों को चिन्हित करिए।
दिल्ली पुलिस के साथियों, ये आपके ही साथी है जो मुल्क और संविधान की हिफाज़त के लिए सड़कों पर है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) December 15, 2019
कांग्रेस मुख्यमंत्रियों ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण
राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने दिल्ली में की गई पुलिस की कार्रवाई पर केंद्र सरकार को घेरा है उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि जामिया के छात्रों पर क्रूर कार्रवाई बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। केंद्रीय सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए और सामान्य स्थिति बहाल करनी चाहिए। वहीं इस मामले पर पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी मोदी सरकार से अपील की है। उन्होंने लिखा कि दिल्ली में नागरिकता कानून विरोधी प्रदर्शन की रिपोर्ट से परेशान हूं। सीएम केजरीवाल से अपील है कि वह स्थिति को नियंत्रण में लाने और इसे आगे बढ़ने से रोकने के लिए उचित कार्रवाई करें और पीएम मोदी विवादित अधिनियम को तुरंत निरस्त करें।
Political blame game will go on forever but I and our country🇮🇳 is concerned about the students of #JamiaMilia #JamiaProtest
— Irfan Pathan (@IrfanPathan) December 15, 2019
पूर्व खिलाड़ी इरफान पठान ने जताई चिंता
राजधानी दिल्ली में हुए विरोध प्रदर्शन और झड़प पर सिर्फ राजनेताओं के ही नहीं बल्कि पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी इरफान पठान का भी रिएक्शन आया है। उन्होंने दिल्ली के हालात पर चिंता जताते हुए एक ट्वीट किया है। पठान लिखते हैं, राजनीतिक आरोपों का खेल हमेशा चलता रहेगा लेकिन मैं और हमारा देश जामिया के छात्रों को लेकर चिंतित हैं।