सर्वदलीय बैठक में नहीं बुलाए गए आरजेडी, AIMIM और AAP, विपक्ष ने पूछा 'क्या हैं न्यौते के मापदंड'
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत के 20 सैन्यकर्मियों के शहीद होने के बाद भारत-चीन के बीच तनाव बढ़ गया है। इसी को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी के आलावा 20 राजनीतिक दल, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी वर्चुअल बैठक में मौजूद रहेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कल पीएम की ओर से सभी नेताओं को व्यक्तिगत रूप से फोन कर आमंत्रित किया।
5 सांसदों से ज्यादा वाली पार्टी को न्योता
ऑल पार्टी मीटिंग के उन्हें राजनीतिक दलों को बुलाया गया है जिसमें सभी मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय दल, जिनके लोकसभा में 5 से अधिक सांसद हैं, पूर्वोत्तर के प्रमुख दल, केंद्रीय कैबिनेट मंत्री शामिल हैं। सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, ममता बनर्जी समेत कई दलों के अध्यक्ष शामिल होंगे। लेकिन बैठक में आम आदमी पार्टी , एआईएमआईएम और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) को न्योता नहीं दिया गया है।
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तेजस्वी ने पूछा, 'मापदंड क्या'
इस पर आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा है कि आरजेडी को इस सर्वदलीय बैठक में नहीं बुलाया गया है। तेजस्वी ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री कायार्लय और रक्षा मंत्री से जानना चाहा है कि इस सर्वदलीय बैठक में राजनीतिक दलों को बुलाने का मापदंड क्या है? उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी को अब तक इस बैठक में भाग में लेने के लिए आमंत्रण नहीं आया है। आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने भी नाराजगी प्रकट की है। उन्होंने लिखा, 'आरजेडी 80 विधायकों के साथ बिहार की सबसे बड़ी पार्टी है। पार्टी के पांच राज्यसभा सांसद हैं। आखिर किस कारण से सर्वदलीय बैठक से आरजेडी को दूर रखा गया?'
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ओवैसी ने बोला हमला
वहीं, आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद ने ट्वीट कर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने लिखा, 'केन्द्र में एक अजीब अहंकार ग्रस्त सरकार चल रही है। आम आदमी पार्टी की दिल्ली में सरकार है, पंजाब में मुख्य विपक्षी पार्टी है, 4 सांसद हैं, लेकिन किसी महत्वपूर्ण विषय पर भाजपा को AAP की राय नहीं चाहिये। कल की बैठक में प्रधानमंत्री क्या बोलेंगे पूरे देश को इंतज़ार है।' सरकार पर निशाना साधते हुए, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी को कोविड -19 की स्थिति को लेकर गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में भी आमंत्रित नहीं किया गया था। ओवैसी ने कहा कि मैं बार-बार केंद्र से चीन के मुद्दे पर सवाल पूछ रहा हूं। लेकिन वे हमें इस तरह के मुद्दे पर आमंत्रित नहीं करेंगे। मुझे लगता है कि वे अपने स्वयं को विपक्षी दलों की आवाज से परे समझते हैं।
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