प्रणब मुखर्जी के निधन पर राष्ट्रपति ने व्यक्त किया दुख, कहा- हमेशा जमीन से जुड़े रहे
नई दिल्ली: देश के पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न डॉ. प्रणब मुखर्जी का सोमवार देर शाम निधन हो गया। करीब 20 दिन पहले डॉक्टरों ने उनकी ब्रेन सर्जरी की थी। इसके साथ ही वो कोरोना से भी संक्रमित हो गए थे। ऑपरेशन के बाद से ही उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। जिस वजह से उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। डॉ. मुखर्जी के निधन से देश में शोक की लहर है। देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी उनके निधन पर दुख व्यक्त किया है, साथ ही उनके लोक हित के कार्यों की सराहना की।
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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट करते हुए लिखा कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के स्वर्गवास के बारे में सुनकर हृदय को आघात पहुंचा। उनका देहावसान एक युग की समाप्ति है। डॉ. मुखर्जी के परिवार, मित्र-जनों और सभी देशवासियों के प्रति मैं गहन शोक-संवेदना व्यक्त करता हूं। उन्होंने आगे लिखा कि असाधारण विवेक के धनी, भारत रत्न मुखर्जी के व्यक्तित्व में परंपरा और आधुनिकता का अनूठा संगम था। 5 दशक के अपने शानदार सार्वजनिक जीवन में वो उच्च पदों पर आसीन रहते हुए भी सदैव जमीन से जुड़े रहे। अपने सौम्य और मिलनसार स्वभाव के कारण राजनीतिक क्षेत्र में वे भी सर्वप्रिय थे।
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राष्ट्रपति कोविंद ने आगे लिखा कि भारत के प्रथम नागरिक के रूप में उन्होंने लोगों के साथ जुड़ने और राष्ट्रपति भवन से लोगों की निकटता बढ़ाने के सजग प्रयास किए। उन्होंने राष्ट्रपति भवन के द्वार जनता के लिए खोल दिए। राष्ट्रपति के लिए 'महामहिम' शब्द का प्रचलन समाप्त करने का उनका निर्णय ऐतिहासिक है।