शहीद जवान को श्रद्धांजलि के दौरान सरकारी बंदूकों ने दिया धोखा, हरियाणा पुलिस हुई शर्मसार
जींद।
एक
शहीद
जवान
की
जबांजी
को
हरियाणा
पुलिस
सम्मान
की
सलामी
भी
नहीं
दे
पाई।
जम्मू-कश्मीर
के
बारामूला
के
उड़ी
सेक्टर
में
शहीद
हुए
जवान
कुलदीप
को
श्रद्धांजलि
देते
समय
हरियाणा
पुलिस
की
जंक
खाई
बंदूके
चल
ही
नहीं
पाईं।
जिसके
चलते
हरियाणा
पुलिस
को
शर्मिंदगी
का
का
सामना
करना
पड़ा।
इतना
ही
नहीं
श्रद्धांजलि
से
पहले
सालों
पुरानी
बंदूकों
को
जवान
बमशक्कत
लोड
कर
पाए
थे।
मामले
में
जींद
के
डीसी
ने
कड़ा
संज्ञान
लेते
हुए
कहा
कि
जवान
बिना
तैयारी
के
गए
होंगे।
इस
बारे
में
कड़ी
कार्रवाई
की
जाएगी
और
संबंधित
इंचार्ज
से
जवाब
मांगा
जाएगा।
साथ
ही
वे
एसपी
से
भी
बात
करेंगे।
शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में बारामूला के उड़ी सेक्टर में हुए हमले में शहीद हुए भारतीय सेना के 11 जवानों में जींद जिला के खेड़ीबुल्लां गावं का बेटा भी था। पाकिस्तानी आंतकवादियों के अचानक इस हमले के वक्त 28 वर्षीय कुलदीप कुमार गेट पर ड्यूटी कर रहा था। रविवार को कुलदीप कुमार का पार्थिव शरीर खेड़ी बुल्लां गांव में पहुंचा जहां अंतिम संस्कार किया गया।
अंतिम संस्कार के वक्त गांव में सेना के वरिष्ठ अधिकारी, जवान एवं हजारों ग्रामीण उपस्थित थे। जिला प्रशासन की ओर से जींद के एसडीएम वीरेंद्र सहरावत ने पुष्प चक्र अर्पित कर शहीद को श्रद्धांजलि दी। हरियाणा पुलिस के जवान सलामी के समय फायर करते समय पहले तो जवान ठीक से गन लोड नहीं कर पाए और जब काफी मशक्कत के बाद गन लोड हुई, तो पांच पुलिस जवानों में से सिर्फ एक की गन ही चल पाई।
मामले में जब मौजूद डीएसपी सुरेश कुमार से फायर नहीं होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने स्वीकार किया कि बंदूकें पुरानी गोली होने के कारण नहीं चल पाईं।