मुंबई के आजाद मैदान में रैली की भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर को नहीं मिली इजाजत
नई दिल्ली। भीम आर्मी के मुखिया को मुंबई पुलिस ने बड़ा झटका दिया है। 21 फरवरी को मुंबई के आजाद मैदान में चंद्रशेखर आजाद सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ रैली करने वाले थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें इस रैली की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। बता दें कि इससे पहले चंद्रशेखर आजाद पिछले महीने हैदराबाद में गए थे, लेकिन यहां जनसभा को संबोधित करने से पहले ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। इससे पहले वह दिल्ली के शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रही महिलाओं का समर्थन करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा था कि अगले 10 दिनों में देशभर में ऐसे 5000 शाहीन बाग और होंगे।
बता दें कि प्रमोशन में आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के खिलाफ भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने 23 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया है। चंद्रशेखर की ओर से कहा गया है कि फैसला आरक्षण के खिलाफ जाता है और वो इसका विरोध करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने 7 फरवरी को अपने एक फैसले में कहा है कि एससी और एसटी को नौकरी और पदोन्नति में आरक्षण देने के लिए राज्य सरकार बाध्य नहीं है क्योंकि आरक्षण मौलिक अधिकार नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ भीम आर्मी के चंद्रशेखर आजाद ने पुनर्विचार याचिका भी दायर की है।
भीम आर्मी के अलावा कई राजनीतिक दल भी इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। इसमें कांग्रेस, राजद, जदयू, लोजपा और कई दल शामिल हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 7 फरवरी को अपने इस फैसले में कहा है कि प्रमोशन में आरक्षण न तो मौलिक अधिकार है, न ही राज्य सरकारें इसे लागू करने के लिए बाध्य है। कोर्ट भी सरकार को इसके लिए बाध्य नहीं कर सकता। न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव और न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता की पीठ ने अपने एक निर्णय में ये कहा है।
इसे भी पढ़ें- CAA के समर्थन में आए उद्धव ठाकरे, कांग्रेस बोली-सहयोगियों को समझाएंगे