क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

शिकारी ने भालुओं को मारने के बाद उनके गुप्तांग भी खा लिए, 6 साल की तलाश के बाद गिरफ्तार

Google Oneindia News

भोपाल: भारत के सबसे कुख्यात शिकारियों में से एक को छह साल की तलाश के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। मध्यप्रदेश के वन विभाग की स्पेशल टास्क फोर्स ने जसरत उर्फ ​​यारलेन उर्फ ​​लुजलेन को कई बार की कोशिश के बाद अब गिरफ्तार किया है। जो भारत के सबसे कुख्यात भालू और बाघ के शिकारियों में से एक है।

Arrested

हालांकि, भालू के जननांगों के लिए उसकी अजीब पसंद के बारे में बहुत कुछ सुना जाता है। इस क्षेत्र में जनजातियों के बीच यह आम धारणा है कि भालू के पुरुष अंग एक कामोद्दीपक औषधि होते हैं। यारलेन को तब रडार पर लिया गया जब रेंजर्स को लापता जननांगों के साथ स्लोथ भालू के कई शव मिले। ऐसी अफवाहें हैं कि उसने गुप्तांग खाने के लिए भालुओं को मारा है।

यारलेन मध्यप्रदेश में भालुओं की हत्या के दो मामलों और बाघ के अवैध शिकार के एक मामले में फरार था। इसके अलावा उसका नाम महाराष्ट्र में बाघों के अवैध शिकार के तीन मामलों में भी आया है। स्पेशल टास्क फोर्स के प्रमुख नितेश सिरोठिया ने कहा कि वह 2014 की शुरुआत में पकड़ा गया था।

जमानत मिल गई थी

जमानत मिल गई थी

एक अवैध शिकार मामले में अपनी पहली गिरफ्तारी के बाद, उसे महाराष्ट्र में उच्च न्यायालय ने जमानत पर छोड़ दिया था, क्योंकि सजा की मात्रा उन मामलों में बहुत कम थी - सिर्फ सात साल। जमानत मिलने के बाद वह गायब हो गया। सिरोठिया ने कहा कि अधिकारियों ने उसे गुजरात के एक छोटे से गांव में देखा था।

नकली आधार कार्ड बरामद

नकली आधार कार्ड बरामद

उसके पास से कई चीजें बरामद की गई हैं, जैसे कई आधार कार्ड और तीन फर्जी वोटर आईडी। शिकार करने वाले ने अधिकारियों को यह भी बताया कि वह इतने सालों तक कानून से कैसे बच पाया। वह गांव-गांव जाकर ग्राम प्रधानों को घूस देकर बचने में कामियाब रहा। उसने मोर और जंगली सूअर के साथ कई बाघों और स्लोथ भालुओं को मारने की बात स्वीकार की है। यारलेन अंतरराष्ट्रीय ब्लैक मार्केट में एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता था।

बाघिन की मौत का रहस्य सुलझा

बाघिन की मौत का रहस्य सुलझा

हालांकि, जांचकर्ता अभी भी दिल्ली या सीमा पार उसकी आपूर्ति लाइन का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। उसने व्यवसायियों के लिए भी कई जंगली जानवरों का शिकार किया है। यारलेन की गिरफ्तारी के साथ, एसटीएफ ने बाघिन टी 13 की मौत के रहस्य को भी सुलझा लिया है। आखिरी बार इसे फरवरी 2012 में पेंच के रायकासा इलाके में कैमरे पर देखा गया था, बाघिन की खाल एक साल बाद नेपाल में मिली थी।

लुप्तप्राय प्रजातियों का शिकार किया

लुप्तप्राय प्रजातियों का शिकार किया

यारलेन पहली बार अपने अंकल के साथ 2014 में गिरफ्तार हुआ था। उसपर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम का कई बार उल्लंघन करने का आरोप है। बता दें न केवल बाघ बल्कि स्लॉथ भालुओं को भी भारतीय कानूनों के तहत संरक्षित किया गया है, क्योंकि उन्हें इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर द्वारा 'लुप्तप्राय प्रजातियां' के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।

बुधवार को इस राज्य में बंद रहेंगे सभी पेट्रोल पंप, 24 घंटे चलेगी हड़तालबुधवार को इस राज्य में बंद रहेंगे सभी पेट्रोल पंप, 24 घंटे चलेगी हड़ताल

Comments
English summary
Poacher arrested after six year hunt for killing and ate genitals of bear in Madhya Pradesh.
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X