वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई पर पेश हुआ नीरव मोदी, 11 नवंबर तक बढ़ी हिरासत
नई दिल्ली। भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में रिमांड की नियमित सुनवाई के लिए वीडियो लिंक के जरिए गुरुवार को पेश हुआ। कोर्ट ने उसे झटका देते हुए उसकी हिरासत 11 नवंबर तक बढ़ा दी है। यूके की अदालत ने नीरव मोदी की जमानत की चार याचिकाएं खारिज कर दीं। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में हुए करीब 14,000 करोड़ रुपये के घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी 19 मार्च 2019 से वैंड्सवर्थ जेल में है।
करीब 13 हजार करोड़ (दो अरब डॉलर) के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी एवं धन शोधन के आरोप में नीरव मोदी को भारत को प्रत्यर्पित किए जाने के मामले के संबंध में यह सुनवाई चल रही है।
उसे मई 2020 में प्रत्यर्पण मामले की पूर्ण सुनवाई होने तक न्यायिक हिरासत में रहना है और मुकदमे में अगले साल फरवरी में केस मैनेजमेंट सुनवाई शुरू किए जाने तक उसे पेशी के लिए बुलाए जाने' पर नियमित रूप से आना होगा।
सितंबर में लंदन में मजिस्ट्रेट अदालत में हुई पिछली कॉल-ओवर सुनवाई में न्यायाधीश डेविड रॉबिनसन ने मोदी से कहा था कि इसमें कुछ भी ठोस नहीं है जिसे सुना जाए। अदालत 11 से 15 मई 2020 तक चलने वाली प्रत्यर्पण मुकदमे की सुनवाई पर काम कर रही है।
इस संक्षिप्त सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों का एक दल मौजूद था। ब्रिटेन के कानून के तहत प्रत्यर्पण मुकदमा लंबित रहने तक हर 28 दिन में ऐसी सुनवाई करना जरूरी है।