एनसीआर में वायु प्रदूषण को लेकर प्रधान सचिव ने की बैठक, पराली जलाने की समस्या पर हुई बातचीत
नई दिल्ली। एनसीआर में वायु प्रदूषण की समस्या को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव डॉ पीके मिश्रा ने उच्च स्तरीय बैठक की। पीएमओ की ओर से शनिवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु की गुणवत्ता में सुधार के लिए गठित उच्च स्तरीय कार्यबल की बैठक की अध्यक्षता पीके मिश्रा ने की। बैठक में दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन, कृषि, सड़क, पेट्रोलियम और केंद्र सरकार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड विभागों के सचिव शामिल थे। आने वाले वक्त में फसल कटाई होनी है, जिससे हर साल दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण काफी बढ़ जाता है। ऐसे में प्रधान सचिव ने वायु प्रदूषणसे निपटने के लिए एहतियाती और निवारक उपाय सुनिश्चित करने के लिए फसल की कटाई और सर्दियों के मौसम की शुरुआत से पहले बैठक बुलाई।
प्रधान सचिव ने बैठक में प्रदेशों के मुख्य सचिवों और सभी विभागों के सचिवों से कहा कि इस बैठक को जल्ही बलाने का उद्देश्य समय रहते तमाम जरूरी कदम उठाने से है। इसमें पराली जलाए जाने और दूसरी चीजें शामिल हैं।
बैठक में तमाम हालात पर बातचीत में ये सामने आया कि पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फसल के अवशेष, पराली जलाने की घटनाएं पिछले साल काफी ज्यादा थीं। प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव ने योजनाबद्ध कार्यों को तेज करने के लिए कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पराली ना जलाई जाए। बता दें कि हर साल अक्टूबर नवंबर में दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण काफी बढ़ जाती है। इसकी वजह खासतौर से हरियाणा, पंजाब में पराली जलना माना जाता है। बीते साल भी इसको लेकर दिल्ली-एनसीआर को काफी परेशानी हुई थी। ये मामला तब सुप्रीम कोर्ट में भी गया था।
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