PMC बैंक घोटाले में बड़ी कार्रवाई, पूर्व एमडी जॉय थॉमस हुए गिरफ्तार
मुंबई। पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक घोटाले मामले में आर्थिक अपराध शाखा ने पूर्व एमडी जॉय थॉमस को हिरासत में लिया है। इसके अलावा प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को मुंबई के छह ठिकानों पर छोपे मारे और धनशोधन रोधी कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया। ईडी अधिकारियों ने बताया कि जांच एजेंसी ने मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर जांच शुरू की है।
ईडी और मुंबई पुलिस ने बैंक के पूर्व प्रबंधन और एचडीआईएल प्रमोटर्स के खिलाफ मामला दर्ज किया है। ईडी ने छह ठिकानों पर छापे मारकर साक्ष्य जुटाए हैं। आरबीआई द्वारा नियुक्त प्रशासक की शिकायत के आधार पर मुंबई पुलिस ने पिछले हफ्ते बैंक अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया था।
इससे पहले PMC बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी हाउजिंग डिवेलपमेंट ऐंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर राकेश वाधवान और उनके बेटे सारंग को शुक्रवार को 9 अक्टूबर तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। वहीं भारतीय रिजर्व बैंक को 21 सितंबर को लिखे पांच पन्ने के पत्र में थॉमस ने बैंक के वास्तविक एनपीए और एचडीआईएल के कर्ज के बारे में वास्तविक जानकारी छिपाने में शीर्ष प्रबंधन समेत निदेशक मंडल के कुछ सदस्यों की भूमिका को कबूल किया था। हालांकि, थॉमस ने आरबीआई को भेजे पत्र में किसी ऑडिटर के नाम का जिक्र नहीं किया है।
थॉमस ने लेटर में दावा किया है कि वैधानिक ऑडिटरों द्वारा पीएमसी बैंक के बही-खातों का सतही तौर पर ऑडिट किया गया था, क्योंकि बैंक बढ़ रहा था। थॉमस ने दावा किया, चूंकि बैंक के व्यवसाय में वृद्धि हो रही थी, ऑडिटरों ने समय के कमी के कारण सभी खातों के पूरे परिचालन की जांच-पड़ताल के बजाए सिर्फ बढ़े हुए कर्ज और उधार की जांच-पड़ताल की।
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