'मन की बात' में पीएम ने मेरा नाम लिया, मैं आज बहुत खुश हूं- मजदूर से फेमस यूट्यूबर बने इसक मुंडा
अब तक भारत के कई लोग इस इसक मुंडा नाम से वाकिफ नहीं होंगे, लेकिन आज जिस भी व्यक्ति ने पीएम मोदी का 'मन की बात' कार्यक्रम सुना होगा वो इस नाम से जरूर वाकिफ हो गया होगा।
नई दिल्ली, 25 जुलाई। दोस्तों भारत की आबादी 121 करोड़ के पार पहुंच चुकी है। हम और आप में से ज्यादातर लोग हर रात यह सोचते सोचते सो जाते होंगे कि हम भी एक दिन कुछ बड़ा करेंगे, जिससे समाज में हमारा नाम होगा। कई लोग केवल ऐसे हैं जो केवल सोचते ही रह जाते हैं, वहीं कई लोग ऐसे हैं जो संसाधनों के अभाव में भी ऐसा कुछ कर जाते हैं, जिसकी वजह से उनकी शोहरत बुलंदी पर पहुंच जाती है। ऐसे ही एक शख्स हैं ओडिशा के इसक मुंडा। अब तक भारत के कई लोग इस नाम से वाकिफ नहीं होंगे, लेकिन आज जिस भी व्यक्ति ने पीएम मोदी का 'मन की बात' कार्यक्रम सुना होगा वो इस नाम से जरूर वाकिफ हो गया होगा।
आज चारों ओर चर्चा में हैं इसक मुंडा
एक मजदूर से फेमस यू-ट्यूबर बने ओडिशा के संबलपुर के इसक मुंडा की चर्चा आज पूरे भारत में हो रही है। हो भी क्यों न। देश के प्रधानमंत्री ने अपने कार्यक्रम में जो उनका नाम लिया है। दोस्तों पीएम ने इसक मुंडा का नाम यू हीं नहीं लिया। आइजैक ने अपने दम पर पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करके दिखाया है। आज आइजैक अपने यू-ट्यूब चैनल के माध्यम से अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं और अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। अपनी इस कामयाबी पर आइजैक फूले नहीं समा रहे हैं।
पीएम मोदी का दिया धन्यवाद
आइजैक कहते हैं, 'मैंने मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी को अपना नाम लेते सुना। मैं आज बहुत खुश हूं। मैं आगे भी अच्छा काम करता रहूंगा।' आज यू-ट्यूब पर इसक मुंडा के लाखों फॉलोअर हैं, और उनकी प्रति माह की कमाई लाखों में है। ओडिशा के इस आदिवासी युवक ने कभी पैसे उधार लेकर मोबाइल खरीदा था। इसके बाद शुरू हुआ वीडियो बनाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है।
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संजय राना की भी की पीएम मोदी ने प्रशंसा
ये शख्स हैं चंडीगढ़ के निवासी संजय राना। दरअसल संजय कोरोना काल में लोगों को फ्री में खाना खिलाकर चर्चा में आए। आज आलम यह है कि उनके काम की पीएम मोदी ने भी तारीफ की। पीएम मोदी द्वारा अपना नाम लिए जाने पर संजय राना कहते हैं- मेरी बेटी ने मुझसे उन लोगों को फ्री में छोले भटूरे खिलाने को कहा था जिन्होंने कोरोना की वैक्सीन लगवा ली है। इसलिए मैंने दो महीने पहले ऐसा करना शुरू किया। मैं प्रतिदिन 25 लोगों को छोले भटूरे खिलाता था। पीएम मोदी ने मेरा नाम लिया इसके लिए मैं उनका धन्यवाद करता हूं।