लॉकडाउन से प्रभावित स्ट्रीट वेंडर्स से PM मोदी ने की बात, स्वनिधि योजना पर हुई चर्चा
नई दिल्ली। देश में लॉकडाउन के वक्त स्ट्रीट वेंडर्स को राहत देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना' लागू की थी। इसका मकसद लॉकडाउन से प्रभावित स्ट्रीट वेंडर्स के व्यवसाय को फिर से पटरी पर लाना है। पीएम मोदी ने इस योजना पर चर्चा और फीडबैक के लिए मध्य प्रदेश के स्ट्रीट वेंडर्स से बात की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुए इस कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद थे।
कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि अब से कुछ देर पहले ऐसे कुछ साथियों से मेरी बात भी हुई है, उनकी बातों में एक विश्वास है, एक उम्मीद दिखी। ये भरोसा प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की बहुत बड़ी ताकत है। आपके श्रम की ताकत को आपके आत्मसम्मान और आत्मबल को मैं नमन करता हूं। पीएम मोदी ने सीएम शिवराज को बधाई देते हुए कहा कि उनके प्रयासों से सिर्फ 2 महीने के समय में मध्य प्रदेश में 1 लाख से ज्यादा स्ट्रीट वेंडर्स- रेहड़ी-पटरी वालों को स्वनिधि योजना का लाभ सुनिश्चित हुआ है।
पीएम मोदी के मुताबिक इस योजना का मकसद है कि वो लोग नई शुरुआत कर सकें, अपना काम फिर शुरू कर सकें, इसके लिए उन्हें आसानी से पूंजी मिले। ये भी पहली बार हुआ है कि रेहड़ी-पटरी वालों के लाखों लोगों के नेटवर्क को सही मायने में सिस्टम से जोड़ा गया है, उनको एक पहचान मिली है। ये एक ऐसी योजना है जिसमें आपको ब्याज से पूरी तरह से मुक्ति भी मिल सकती है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत वैसे भी ब्याज में 7 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है, लेकिन अगर आप कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखेंगे तो आपको ये भी नहीं देना पड़ेगा।
मध्य प्रदेश : वरिष्ठ नेता सतीश सिंह सिकरवार ने भाजपा का साथ छोड़कर कांग्रेस का हाथ थामा
2.45
लाख
लोगों
के
आवेदन
सरकार
की
ओर
से
जारी
एक
रिपोर्ट
के
मुताबिक
मध्य
प्रदेश
द्वारा
इस
योजना
के
तहत
साढ़े
चार
लाख
रेहड़ी
पटरी
वालों
का
पंजीकरण
किया
गया
है।
वहीं
चार
लाख
से
ज्यादा
रेहड़ी
पटरी
वालों
को
परिचय
पत्र
और
वेंडर
प्रमाण
पत्र
जारी
किए
गए
हैं।
इसके
अलावा
मध्य
प्रदेश
ने
पोर्टल
पर
2.45
लाख
योग्य
लाभार्थियों
के
आवेदन
बैंकों
के
सामने
रखे
हैं
और
इनमें
से
1.40
लाख
रेहड़ी
पटरी
वालों
को
140
करोड़
रुपये
की
स्वीकृति
हो
चुकी
है।