मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में बोले मोदी, कोरोना से पार पाने के लिए टेस्टिंग को बढ़ाना होगा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह और 15 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा की। पीएम ने कहा कि देश में टेस्टिंग लैब और बेड वगैरह काफी हैं। हमें कोरोना से लड़ाई तेज करने के लिए टेस्टिंग पर और अधिक बल देना है। उन्होंने ये भी कहा कि देशवासियों ने संयम, प्रशासन की ओर से तत्परता और कोरोना योद्धाओं के समर्पण ने हालात को नियंत्रण से बाहर नहीं जाने दिया है। पीएम की मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हो रही बैठक की बड़ी बातें-
क्वारंटीन, आइसोलेशन सेंटर, ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्री और मुख्यमंत्रियों के साथ गलवान घाटी में जान गंवाने वाले जवानों को 2 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की और उसके बाद बैठक शुरू की।
पीएम ने कहा, कोरोना वायरस का फैलाव कुछ बड़े राज्यों,शहरों में अधिक है। कुछ शहरों में अधिक भीड़, मोहल्लों में भौतिक दूरी की कमी ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई को चुनौतीपूर्ण बना दिया है। फिर भी हर देशवासी के संयम, प्रशासन की तत्परता, कोरोना योद्धाओं के समर्पण से हालात को नियंत्रण से बाहर नहीं जाने दिया।
आज पूरे देश में कोरोना की 900 से ज्यादा टेस्टिंग लैब काम कर रही हैं। लाखों कोविड स्पेशल बेड हैं। हमारे क्वारंटीन और आइसोलेशन सेंटर हैं और मरीज की सुविधा के लिए ऑक्सीजन की भी पर्याप्त आपूर्ति है।
कोरोना के बढ़ते हुए मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य ढांचे का विस्तार करना, हर जीवन को बचाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। ये तभी होगा जब कोरोना के प्रत्येक मरीज को उचित इलाज मिलेगा, इसके लिए हमें टेस्टिंग पर और अधिक बल देना है।
टेस्टिंग से ही संक्रमित को ट्रेस और आइसोलेट किया जा सकेगा
पीएम मोदी ने कहा, ज्यादा टेस्टिंग से ही संक्रमित व्यक्ति को हम जल्द से जल्द ट्रेस और ट्रैक और आइसोलेट कर सकेंगे। हमें इस बात का ध्यान रखना है कि हमारी वर्तमान टेस्टिंग क्षमता का पूरा इस्तेमाल हो और निरंतर उसका विस्तार भी किया जाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, देश में अभी तक कोरोना वायरस से ठीक होने वाले लोगों की संख्या कोरोना संक्रमण के कुल सक्रिय मामलों से ज्यादा है। फिलहाल ऐसे मरीज काफी कम हैं जिन्हें वेंटिलेटर और आईसीयू की जरूरत पड़ रही है। हम कोविड-19 से जंग लड़ने और इसके प्रसार को नियंत्रित करने में सफल रहे हैं क्योंकि हमने समय से इसे लेकर फैसले लिए।
तीन महीने पहले तक पूरी दुनिया में पीपीई किट और उपचार किट की कमी थी। भारत में भी हमारे पास सीमित भंडार था, क्योंकि हम पूरी तरह आयात पर निर्भर थे। लेकिन आज राज्यों तक एक करोड़ से अधिक पीपीई किट और उतनी ही संख्या में एन95 मास्क पहुंचे हैं।
कल 21 मुख्यमंत्रियों से की थी बैठक, आज 15 के साथ चर्चा
आज नरेंद्र मोदी उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की जिन राज्यों में कोरोना वायरस के संक्रमण की रफ्तार काफी ज्यादा है। इसमें महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, राजस्थान, यूपी, मध्य प्रदेश कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, बिहार, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, तेलंगाना, ओडिशा के मुख्यमंत्रियों शामिल रहे।
16 जून को प्रधानमंत्री मोदी 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से बात की थी। मंगलवार को मोदी ने पंजाब, असम, केरल, उत्तराखंड, झारखंड, छत्तीसगढ़, त्रिपुरा, हिमाचल प्रदेश, गोवा, मणिपुर, नागालैंड, मेघालय, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश चंडीगढ़, पुडुचेरी, लद्दाख, दादर नगर हवेली, अंडमान निकोबर, दमन दीव और लक्षद्वीप के सीएम से बात की थी। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 मई भी सभी मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीत कर चुके हैं। पीएम मोदी 20 मार्च, 2020 से लेकर अब तक पांच बार मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर चुके हैं।
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