पीएम मोदी को है मालूम क्यों अमेरिका ने कैंसिल किया 2+2 डायलॉग
यूनाइटेड नेशंस (यूएन) में अमेरिकी राजदूत निकी हेले की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जानते हैं कि ट्रंप प्रशासन ने छह जुलाई को होने वाले 2+2 डायलॉग को क्यों 10 दिन पहले कैंसिल कर दिया है।
नई दिल्ली। यूनाइटेड नेशंस (यूएन) में अमेरिकी राजदूत निकी हेले की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जानते हैं कि ट्रंप प्रशासन ने छह जुलाई को होने वाले 2+2 डायलॉग को क्यों 10 दिन पहले कैंसिल कर दिया है। 2+2 डायलॉग वॉशिंगटन में होना था और इसके लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण अमेरिका जाने वाली थीं। उन्हें यहां पर अपने अमेरिकी समकक्षों माइक पोंपेयो और जिम मटीज से मुलाकात करनी थी। गुरुवार को निकी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी।
बेहतर कारणों से वार्ता हुई है कैसिल
न्यूज चैनल एनडीटीवी से बातचीत करते समय निकी हेले ने कहा कि इस बातचीत को बेहतर कारणों से कैंसिल किया गया है। बातचीत को कैंसिल करने का भारत से कोई लेना-देना नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जल्द ही पता लग जाएगा कि आखिर क्यों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे कैंसिल करने का फैसला किया था। इसी समय निकी ने यह बात भी कही कि पीएम मोदी इस बात से वाकिफ हैं कि इस डायलॉग को क्यों कैंसिल किया गया और इसकी वजह 'बहुत अच्छी' है। निकी ने उन रिपोर्ट्स से भी इनकार कर दिया जिसमें कहा गया था कि दोनों देशों के बीच कुछ मुद्दों में मतभेदों की वजह से इस डायलॉग को कैंसिल किया गया है। हेले का कहना था कि भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते पहले कभी इतने मजबूत नहीं थे जितने कि अब हैं। बुधवार को अमेरिका की ओर से जानकारी दी गई थी कि छह जुलाई कोहोने वाले 2+2 डायलॉग को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया है।
पहले से अधिकारियों को थी खबर
अमेरिका की मानें तो इसके पीछे ट्रेड वॉर या फिर प्रतिबंध या फिर किसी तरह की कोई नीति जिम्मेदार नहीं है। अमेरिका की मानें तो इस डायलॉग को अचानक स्थगित नहीं किया गया है बल्कि दोनों देशों के अधिकारी इस घटनाक्रम के बारे में जानते थे। पोंपेयो मीटिंग वाली तारीख पर वॉशिंगटन में नहीं होंगे। भारतीय और अमेरिकी अधिकारी दोनों ही यह बात कह रहे हैं। इससे पहले निकी ने कहा था कि भारत और अमेरिका के संबंध अब मतभेदों और आशंकाओं से आगे बढ़ चुके हैं और दोस्ती और साझेदारी में बदल गए हैं। निकी की मानें तो भारत और अमेरिका के संबंध अब काफी आगे बढ़ चुके हैं। आज भारतीय-अमेरिकी अमेरिका में सबसे ज्यादा शिक्षित और सबसे ज्यादा चैरिटी के काम करने वाले अल्पसंख्यकों में शामिल हैं। जो सबसे अहम बात है वह है भारत और अमेरिका दोनों ही देश धार्मिक स्वतंत्रता पालन करते हैं।