प्रधानमंत्री मोदी ने कटक में किया ITAT कार्यालय का उद्घाटन, बोले- देश टैक्स ट्रांसपेरेंसी की तरफ बढ़ रहा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए ओडिशा के कटक में आज (बुधवार आयकर अपीलीय अधिकरण (आईटीएटी) के कार्यालय सह रिहायशी परिसर का उद्घाटन किया। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी कार्यक्रम में शामिल हुए। उद्घाटन के बाद कार्यक्रम में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कटक की ये बेंच अब उड़ीसा ही नहीं बल्कि पूर्वी और उत्तर पूर्वी भारत के लाखों करदाताओं को आधुनिक सुविधाएं देगी।
पीएम मोदी ने कहा, आज का टैक्सपेयर पूरी टैक्स व्यवस्था में बहुत बड़े बदलाव और पारदर्शिता का साक्षी बन रहा है। जब उसे रिफंड के लिए महीनों इंतजार नहीं करना पड़ता, कुछ ही सप्ताह में उसे रिफंड मिल जाता है, तो उसे पारदर्शिता का अनुभव होता है। पहले की सरकारों के समय शिकायतें होती थीं टैक्स टेररिज्म की। आज देश उसे पीछे छोड़कर टैक्स ट्रांसपेरेंसी की तरफ बढ़ रहा है। टैक्स टेररिज्म से टैक्स ट्रांसपेरेंसी का ये बदलाव इसलिए आया है क्योंकि हम रिफॉर्म ट्रांसफॉर्म और परफॉर्म की अप्रोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुलामी के लंबे कालखंड ने टैक्स देने वाले और लेने वाले दोनों के रिश्तों को शोषित और शोषक के रूप में ही विकसित किया।आजादी के बाद हमारी जो टैक्स व्यवस्था रही उसमें इस छवि को बदलने के लिए जो प्रयास होने चाहिए थे, वो उतने नहीं किए गए लेकिन आज का टैक्सपेयर पूरी टैक्स व्यवस्था में बहुत बड़े बदलाव और पारदर्शिता का साक्षी बन रहा है। अब उसे रिफंड के लिए महीनों इंतजार नहीं करना पड़ता, कुछ ही सप्ताह में ही रिफंड मिल जाता है, तो उसे पारदर्शिता का अनुभव होता है। आज भारत दुनिया के उन चुनिंदा देशों में है जहां टैक्सपेयर के अधिकारों और कर्तव्यों दोनों को कोडीफाई किया गया और उनको कानूनी मान्यता दी गई है। टैक्सपेयर और टैक्स कलेक्ट करने वाले के बीच विश्वास बहाली के लिए ये बड़ा कदम रहा है।
पीएम ने कहा कि सरकार की सोच ये है कि जो इनकम टैक्स रिटर्न फाइल हो रहा है, उस पर पहले पूरी तरह विश्वास करो। इसी का नतीजा है कि आज देश में जो रिटर्न फाइल होते हैं, उनमें से 99.75 फीसदी बिना किसी आपत्ति के स्वीकार कर लिए जाते हैं। ये बहुत बड़ा बदलाव है जो देश के टैक्स सिस्टम में आया है।
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