सोनिया गांधी ने चिट्ठी लिखकर जो मांगा था, पीएम मोदी ने उससे ज्यादा दिया
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (मंगलवार) देश के नाम अपने संबोधन में ऐलान किया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दीवाली, यानि नवंबर महीने के आखिर तक कर दिया गया है। अब नंवबर तक गरीबों को मुफ्त राशन मिलेगा। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर तीन महीने के लिए फ्री राशन स्कीम को बढ़ाने की मांग की थी। प्रधानमंत्री ने इसे नंवबर तक बढ़ाने का ऐलान किया है।
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सोनिया गांधी ने की थी ये मांग
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 22 जून को पत्र लिखकर पीएम मोदी से मुफ्त में दिए जा रहे राशन की अवधि को तीन महीने और बढ़ाकर सितंबर, 2020 तक करने की गुजारिश की थी। उन्होंने कहा था कि लॉकडाउन की वर्तमान परिस्थितियों में देश के सबसे कमजोर वर्ग से आने वाले कुछ लोगों की भूख की समस्या से निपटने के लिए खाद्य वस्तुओं के दिए जाने (की अवधि) को अवश्य बढ़ाया जाना चाहिए। इस पर आज पीएम मोदी ने अहम ऐलान करते हुए इसे नवंबर तक बढ़ा दिया।
मोदी ने कहा, कोरोना से लड़ते हुए भारत में, 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को 3 महीने का राशन, यानि परिवार के हर सदस्य को 5 किलो गेहूं या चावल मुफ्त दिया गया। त्योहारों का ये समय, जरूरतें भी बढ़ाता है, खर्चे भी बढ़ाता है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दीवाली और छठ पूजा तक, यानि नवंबर महीने के आखिर तक कर दिया जाए।
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90 हजार करोड़ होंगे खर्च
पीएम मोदी ने कहा, गरीब कल्याण अन्न योजना के इस विस्तार में 90 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च होंगे। अगर इसमें पिछले 3 महीने का खर्च जोड़ दें तो ये करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपए हो जाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि अब पूरे भारत के लिए एक राशन-कार्ड की व्यवस्था भी हो रही है यानि एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड। इसका सबसे बड़ा लाभ उन गरीब साथियों को मिलेगा, जो रोज़गार या दूसरी आवश्यकताओं के लिए अपना गाँव छोड़कर के कहीं और जाते हैं।
20 करोड़ गरीब परिवारों के जनधन खातों में सीधे 31 हजार करोड़ दिए
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में ये भी कहा कि बीते तीन महीनों में 20 करोड़ गरीब परिवारों के जनधन खातों में सीधे 31 हजार करोड़ रुपए जमा करवाए गए हैं। इस दौरान 9 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में 18 हजार करोड़ रुपए जमा हुए हैं। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान देश की सर्वोच्च प्राथमिकता रही कि ऐसी स्थिति न आए कि किसी गरीब के घर में चूल्हा न जले। केंद्र सरकार हो, राज्य सरकारें हों, सिविल सोसायटी के लोग हों, सभी ने पूरा प्रयास किया कि इतने बड़े देश में हमारा कोई गरीब भाई-बहन भूखा न सोए।
देश में कोरोना वायरस के फैलने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने आज छठीं दफा देश को संबोधित किया है। इससे पहले रविवार को रेडियो पर अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा था कि कोरोना के संकट काल में देश लॉकडाउन से बाहर निकल आया है। अब हम अनलॉक के दौर में हैं। अनलॉक के दौर में दो बातों पर ध्यान देने की जरूरत है। कोरोना को हराना और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना है।
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