PM मोदी के आर्थिक सलाहकार परिषद की पहली बैठक, जॉब और ग्रोथ बढ़ाने पर हुई बात
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ आर्थिक सलाहकार बैठक (EAC-PM) की पहली बैठक हुई। इस बैठक के बाद आर्थिक सलाहकार परिषद के चेयरमैन बिबेक देबरॉय ने बताया कि आर्थिक विकास, रोजगार के मुद्दे पर खास तौर से चर्चा हुई। इसके साथ-साथ अनौपचारिक क्षेत्र, फिस्कल फ्रेमवर्क, मॉनिटरी पॉलिसी समेत 10 मुद्दे प्राथमिकता में रहे।
सितंबर में पीएम मोदी ने किया था EAC-PM का गठन
आर्थिक सलाहकार परिषद (EAC-PM) का फोकस आर्थिक वृद्धि को गति देने और रोजगार पर होगा। आर्थिक सलाहकार परिषद ने वित्तीय वर्ष बजट 2019 को ध्यान में रखते हुए सिफारिशें की हैं। आर्थिक सलाहकार परिषद के चेयरमैन ने बताया कि मॉनिटरी पॉलिसी और फिस्कल फ्रेमवर्क पर काम किया जाएगा। बता दें कि मोदी सरकार ने सत्ता में आने के तीन साल बाद आर्थिक सलाहकार परिषद का गठन ऐसे समय में किया जब जीडीपी में गिरावट का हालात नजर आए। इस साल अप्रैल से जून की तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर घटकर 5.7 फीसदी पर पहुंच गई है। मई 2014 के बाद ये आंकड़ा सबसे कम है। इसी मुद्दे को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। पीएम मोदी की ओर से गठित आर्थिक सलाहकार परिषद (EAC-PM) की पहली बैठक में इस मुद्दे को लेकर गंभीरता से विचार किया गया।
आर्थिक सलाहकार परिषद (EAC-PM) को 25 सितंबर को पीएम मोदी ने गठित किया गया था। आज की बैठक में वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम के साथ-साथ नीति आयोग के सदस्य बिबेक देबराय भी शामिल हुए। विवेक देबराय EAC-PM के चेयरमैन भी हैं। इस बैठक में आर्थिक मामलों के जानकार सुरजीत भल्ला, राथिन रॉय, आशिमा गोयल और रतन वटल भी शामिल हैं।