Asean Summit में बोले पीएम मोदी: हम समुद्री क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध
नई दिल्ली। 'आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में आप सभी का स्वागत है। हमारी साझा यात्रा हजारों साल पहले की है। आसियान नेताओं की मेजबानी करने के लिए भारत का यह सौभाग्य है सभी गणतंत्र दिवस समारोह में हमारे अतिथि होंगे।' यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आसियान देशों को सम्मेलन को दिल्ली में संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि भारत में आपकी सामूहिक उपस्थिति ने हर भारतीय को छुआ है। पीएम ने कहा कि आसियान-भारत भागीदारी की प्रकृति में काफी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि भारत, नियम आधारित समाजों और शांति के मूल्यों के लिए आसियान के नजरिए को साझा करता है। हम समुद्री क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए आसियान देशों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि 25 वर्षों में हमारा व्यापार 25 गुना बढ़ गया है निवेश मजबूत और बढ़ रहे हैं। हम व्यापार संबंधों को आगे बढ़ाने और हमारे व्यापारिक समुदायों के बीच अधिक से अधिक संपर्क करने के लिए काम करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि India's Act East Policy के केंद्र में आसियान को रखने के लिए हमारी रणनीतिक साझेदारी के महत्व पर प्रकाश डाला गया। हमारी साझा संस्कृति और सभ्यता के संबंधों से हमारी दोस्ती बढ़ी है। उ्होंने कहा कि रामायण, प्राचीन भारत महाकाव्य आसियान और भारतीय उपमहाद्वीप में एक महत्वपूर्ण साझा विरासत रहा है। बौद्ध धर्म हमें भी करीब से जोड़ता है।
मोदी ने कहा कि कई शताब्दियों पीछे जाने पर पता चलता है कि दक्षिण पूर्व एशिया के कई हिस्सों में इस्लाम में विशिष्ट भारतीय संबंध रहे हैं। पीएम ने कहा कि 1992 से हमारी साझेदारी बढ़ी है। पांच वर्षीय एक्शन प्लान के जरिए शांति, समृद्धि के लक्ष्य को पाने की दिशा में आसियान-भारत की साझेदारी ने सफलता पाई है।