पीएम मोदी और शी जिनपिंग नवंबर में करेंगे मुलाकात, अफगानिस्तान मुद्दे पर रहेगा फोकस
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अगले महीने नवंबर में अर्जेंटीना में मुलाकात करने वाले हैं। भारत में चीनी राजदूत ने सोमवार को कहा कि आतंकवाद के खिलाफ और अफगानिस्तान मुद्दे पर दोनों देशों के समान हित है। चीन के राजदूत लुओ झाओहुई ने कहा कि भारत और चीन दोनों ही देश अफगानिस्तान में शांति स्थापित करना चाहते हैं। चीनी राजदूत ने इस दौरान नॉर्थ-साउथ कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट पर भी बात कही।
चीनी राजदूत ने अफगान डिप्लोमेट्स के लिए भारत-चीन ट्रेनिंग प्रोग्राम में कहा कि 'राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम मोदी इस नवंबर को अर्जंटीना में मुलाकात करेंगे।' उन्होंने कहा कि दिसंबर में भारत-चीन के बीच पहली हाई लेवल पीपल टू पीपल एक्सचैंज मैकेनिज्म को लॉन्च करने के लिए चीन के काउंसलर और विदेश मंत्री भारत का दौरा करेंगे।
इससे पहले दोनों नेताओं के बीच उज्बेकिस्तान में शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) के दौरान द्विपक्षीय मीटिंग हुई थी। हालांकि, इस मुलाकात के बाद भी न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप में एनएसजी भारत की एंट्री के लिए चीन अभी भी बाधा बना हुआ है। चीन का तर्क है कि एनपीटी पर हस्ताक्षर वाले देश ही इस ग्रुप में शामिल हो सकते हैं।
अफगानिस्तान में शांति स्थापित करना भारत और चीन दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है। भारत जहां एक तरफ अफगानिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ लड़कर दशकों से वहां के नागरिको को बेहतर जिंदगी प्रदान करने की कोशिश में लगा है, तो चीन भी अफगान धरती पर निवेश की संभावनाएं तलाश रहा है।
China's state counselor and Foreign Minister will visit India in December to launch first India-China high level people to people exchanges mechanism: Chinese ambassador to India Luo Zhaohui, at the inauguration of 1st Joint India-China Training Programme for Afghan Diplomats pic.twitter.com/uql8ya0xo0
— ANI (@ANI) October 15, 2018