इमरजेंसी की 43वीं बरसी पर बोले पीएम मोदी, ये इतिहास का काला अध्याय
नई दिल्ली: देश में आपातकाल के 43 सालों के बाद भी जब-जब लोकतंत्र की सलामती की बात होती है तो, इतिहास के पन्ने पलटे जाते हैं। सोमवार का दिन भी ऐसा ही एक दिन था जब बीजेपी ने 'आपातकाल' को लेकर कांग्रेस पर चौतरफा हमले किए और इसमें पीएम मोदी भी पीछे नहीं रहे। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कांग्रेस पर हमला बोला और इसे एक काला अध्याय बताया।
इमरजेंसी की 43वीं बरसी
पीएम मोदी ने इमरजेंसी की 43वीं बरसी पर ट्वीट करते हुए कहा है कि जिन लोगों ने इमरजेंसी का विरोध किया था, मैं उनको सलाम करता हूं। पीएम मोदी ने सोमवार को मुंबई में बीजेपी के एक कार्यक्रम में 1975 में आपातकाल के खिलाफ लड़ने वाले लोगों से मुलाकात की।
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'भारत आपातकाल को अंधेरे के रूप में याद करता है'
पीएम मोदी ने दूसरे ट्वीट में कहा कि भारत आपातकाल को अंधेरे के रूप में याद करता है, जिसके दौरान हर संस्थान को तोड़ दिया गया था और डर का माहौल बनाया गया। उन्होंने कहा कि इस दौरान, न केवल लोगों को बल्कि विचारों और कलात्मक स्वतंत्रता को भी राजनीति के लिए बंधक बना दिया गया था।
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'लोकतांत्रिक आस्था को मजबूत बनाने के लिए काम करें'
पीएम मोदी ने तीसरे ट्वीट में कहा, 'आइए हम अपनी लोकतांत्रिक आस्था को मजबूत बनाने के लिए काम करें। लेखन, बहस, विमर्श, हमारे लोकतंत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिनपर हमें गर्व है।' उन्होंने कहा, 'कोई भी बल हमारे संविधान के बुनियादी सिद्धांतों को कभी भी कम नहीं कर सकता है।'
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25 जून, 1975 को आपातकाल की घोषणा कर दी गई थी
आपातकाल को लेकर अपने ब्लॉग में अरुण जेटली ने भी लिखा है, जिसे पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर शेयर किया था, इंदिरा गांधी ने भारत को 'वंशवादी लोकतंत्र' में बदलने के लिए कदम बढ़ाया था। बता दें कि इंदिरा गांधी 1966 से 1984 के बीच सत्ता में रहीं। जबकि 25 जून, 1975 को आपातकाल का आदेश दे दिया था।