मोदी कैबिनेट में अगड़ी जाति के सबसे अधिक मंत्री, इसके बाद OBC का नंबर
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को शपथ लेने के साथ ही लगातार दूसरी बार देश की बागडोर संभाल ली। पीएम मोदी के साथ 24 कैबिनेट मंत्रियों, और 24 राज्य मंत्रियों के अलावा 9 राज्य मंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) ने शपथ ली। मोदी कैबिनेट में करीब-करीब सभी जातियों का प्रतिनिधित्व शामिल करने की कोशिश की गई है। हालांकि अगड़ी जातियों के नेताओं की संख्या इस मामले में अधिक है। मोदी कैबिनेट में शामिल 32 मंत्री अगड़ी जाति से आते हैं जबकि पिछड़े वर्ग के 13 नेताओं को भी प्रतिनिधित्व दिया गया हैं।
मोदी कैबिनेट में 9 ब्राह्मण मंत्री
अगड़ी जातियों की बात करें तो मोदी कैबिनेट में 9 ब्राह्मण मंत्रियों को शामिल किया गया है, जिनमें नितिन गडकरी का नाम भी शामिल है। इस कैबिनेट में तीन ठाकुर नेता राजनाथ सिंह, जोधपुर के सांसद गजेन्द्र सिंह और मुरैना से सांसद नरेंद्र तोमर का नाम भी शामिल है। ओबीसी नेताओं में पीएम मोदी के अलावा धर्मेंद्र प्रधान का नाम प्रमुख है।
ओबीसी के 13 मंत्रियों को मिला प्रतिनिधित्व
इन मंत्रियों में 6 एससी और 4 एसटी नेताओं को प्रतिनिधित्व दिया गया है। इनमें अधिकतर ओडिशा और झारखंड के नेता हैं। अकाली दल नेता हरसिमरत कौर बादल और बीजेपी के हरदीप पुरी दो सिख मंत्री हैं जबकि मुख्तार अब्बास नकबी इकलौते मुस्लिम चेहरा हैं जिन्होंने मंत्रीपद की शपथ ली।
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मुख्तार अब्बास नकबी इकलौते मुस्लिम चेहरा
जातीय समीकरण के मामले में बीजेपी ने सभी जाति के नेताओं को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की है। बीजेपी ने जातिगत समीकरणों को मात देते हुए यूपी और बिहार में बड़ी जीत हासिल की थी। वहीं, अब कैबिनेट में 9 ब्राह्मण चेहरों को शामिल कर पार्टी ने इस वर्ग को एक संदेश देने की कोशिश की है जो योगी आदित्यनाथ को सीएम बनाए जाने के बावजूद मजबूती के साथ पार्टी के साथ खड़े रहे हैं। बीजेपी यूपी अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय को भी कैबिनेट में शामिल किया गया है।
अर्जुन मुंडा के सहारे झारखंड के विधानसभा चुनाव की हो रही तैयारी
झारखंड में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए अर्जुन मुंडा को कैबिनेट में शामिल कर आदिवासी समुदाय को बड़ा संदेश देने की कोशिश की गई है। झारखंड के सीएम रघुवर दास गैर-आदिवासी चेहरा हैं, लेकिन पार्टी कई बहुसंख्य आदिवासी सीटों पर चुनाव जीतने में कामयाब रही जिसमें दुमका की सीट से पार्टी के उम्मीदवार ने जेएमएम संरक्षक शिबू सोरेन को मात दी।