पीएम मोदी ने ब्रिटिश पीएम मे से कहा-आप हमारी जेलों की चिंता मत करिए, जहां आपने गांधी और नेहरु को रखा था वहीं माल्या को रखेंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अप्रैल में ब्रिटेन के दौरे पर गए थे और यहां पर उन्होंने ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे से मुलाकात की थी। पीएम मोदी ने कड़े और साफ शब्दों में मे को कहा था कि उन्हें या फिर उनकी सरकार को भारतीय जेलों की हालत की चिंता करने की जरूरत नहीं है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अप्रैल में ब्रिटेन के दौरे पर गए थे और यहां पर उन्होंने ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे से मुलाकात की थी। पीएम मोदी ने कड़े और साफ शब्दों में मे को कहा था कि उन्हें या फिर उनकी सरकार को भारतीय जेलों की हालत की चिंता करने की जरूरत नहीं है। जेलों का यह जिक्र उस समय हुआ जब मोदी और मे के बीच भगोड़े बिजनेस टायकून विजय माल्या के प्रत्यर्पण की चर्चा शुरू हुई। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस बात की जानकारी सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में दी। माल्या के प्रत्यर्पण के लिए यूके की कोर्ट में केस चल रहा है और हर बार माल्या ने कोर्ट के सामने भारतीय जेलों की खराब हालत को लेकर बहस की है।
अंग्रेजों की पंसद की जेल में होंगे माल्या
पीएम नरेंद्र मोदी ने मे से कहा कि उनके देश में भारतीय जेलों की हालत को लेकर बहस होती है और यह कोई अच्छी बात नहीं है। मोदी के मुताबिक ये वहीं जेल हैं जहां पर कभी अंग्रेजों ने हमारे नेताओं जैसे महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरु को कैद में रखा था। अप्रैल में जब कॉमनवेल्थ हेड्स ऑफ गर्वनमेंट यानी सीएचओजीएम की मीटिंग हो रही थी तो पीएम मोदी ने इस मीटिंग से अलग मे से यह बात कही थी। पिछले वर्ष एक वारंट के आधार पर माल्या को गिरफ्तार भी किया गया था लेकिन फिर उसे जमानत मिल गई थी।
मे और मोदी ने की माल्या पर चर्चा
62 वर्ष का विजय माल्या कई करोड़ों का लोन लेकर देश छोड़कर भागा हुआ है और इस समय लंदन में हैं। साल 2016 से ही माल्या को देश लाने की कोशिशें हो रही हैं। उस समय बैंकों के एक ग्रुप ने करीब 9,000 करोड़ रुपए माल्या से वसूलने के लिए कोशिशें शुरू की थीं। सीएचओजीएम की मीटिंग में जब मे और मोदी की मुलाकात हुई तो माल्या के प्रत्यर्पण भी बात हुई। पिछले वर्ष यूके के एक जज ने इस बात पर ध्यान दिलाया कि भारतीय जेलों में भीड़ एक बड़ी समस्या है और वहां की हालत मानवाधिकारों के खिलाफ हैं। माल्या ने भी खुद कई बार भारतीय जेलों में टॉर्चर और गंदगी का रोना रोया है।
स्कॉटलैंड यार्ड ने किया था माल्या को गिरफ्तार
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि कोर्ट की ओर से कुछ मुद्दों को उठाया गया और कहा गया कि कोर्ट भारतीय जेलों की हालत का निरीक्षण करना चाहती है। दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच हुई बातचीत में ब्रिटिश पीएम मे को साफ बता दिया गया है कि यूके की अदालत का रवैया इस मामले में बिल्कुल भी अस्वीकार्य है। पिछले वर्ष अप्रैल में माल्या को स्कॉटलैंड यार्ड ने एक्स्ट्राडिशन वॉरंट पर गिरफ्तार किया था। इसके बाद 12 फरवरी को लंदन हाई कोर्ट ने माल्या को सिंगापुर की एक कंपनी को करीब 90 मिलियन डॉलर की रकम देने का आदेश दिया था।