पीएम मोदी ने कश्मीर की इस लड़की की बहादुरी का किया जिक्र, इन चार बहादुरों का भी आया नाम
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को देश को संबोधित किया। स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम औपचारिक संबोधन से पहले पीएम मोदी का ये संदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख पर केंद्रित था। इस दौरान पीएम मोदी ने कश्मीर की एक लड़की का जिक्र किया, जिसने बहादुरी का परिचय देते हुए एक बड़े आतंकी को मार गिराया था। पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी के परिश्रम ने उनका विश्वास बढ़ाया है कि यहां बदलाव हो सकता है। पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर देश का मुकुट है, इसकी रक्षा के लिए वीर बेटे-बेटियों ने अपना बलिदान दिया है।
रुखसाना के बारे में पीएम मोदी ने बताया
पीएम मोदी ने जिस लड़की का जिक्र किया वह राजौरी की रुखसाना हैं जिनकी बहादुरी के कारण उनको कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया था। बात साल 2009 की है जब रुखसाना ने ये कदम उठाया था। रुखसाना अपनी मां राशिदा, पिता नूर हसन और भाई ऐयाज के साथ शाहदरा शरीफ में रहती थीं। बॉर्डर से करीब 30 किमी दूर इस इलाके में तीन पाकिस्तानी आतंकी रुखसाना के घर में घुस गए। हथियारों के दम पर वे घरवालों से खाने की चीजें और सोने के लिए बिस्तर मांगने लगे। रुखसाना के पिता ने जब आतंकियों की मदद करने से इनकार किया तो वे तीनों हमलावर हो गए।
मौलवी गुलामदीन का जिक्र किया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उस वक्त रुखसाना बिस्तर के नीचे छिपकर ये सब देख रही थीं, अपने पिता को पिटा देख रुखसाना से नहीं रहा गया और वो कुल्हाड़ी लेकर आतंकियों की तरफ दौड़ पड़ीं। उसने पूरी ताकत से उनमें से एक के गले पर हमला कर दिया, हमले से वो संभल पाता इसके पहले, रुखसाना ने उसकी एके 47 छिनकर गोलियों से उसे भून डाला। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में पुंछ के मौलवी गुलामदीन का जिक्र किया, जिन्होंने साल 1965 की लड़ाई में पाकिस्तानी घुसपैठियों के बारे में सेना को बताया था।
कर्नल सोनम वांगचुक का भी किया जिक्र
पीएम मोदी ने राइफलमैन औरंगजेब का भी जिक्र किया जिनको पिछले साल कश्मीर में आतंकवादियों ने अपहरण कर मार दिया था। उन्होंने कहा कि अब औरंगजेब के दो भाई सेना में हैं, पीएम मोदी ने लद्दाख के रहने वाले कर्नल सोनम वांगचुक के बारे में भी बताया। कर्नल वांगचुक को 1999 के करगिल युद्ध में उनके सफल अभियान के लिए भारत के दूसरे सबसे बड़े वीरता पुरस्कार महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था, वांगचुक लद्दाख स्काउट रेजिमेंट में अधिकारी थे।
लद्दाख पर दिया अधिक जोर
पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश बन जाने के बाद अब लद्दाख के लोगों का विकास भारत सरकार की विशेष जिम्मेदारी है। स्थानीय प्रतिनिधियों, लद्दाख और कारगिल की डवलपमेंट काउंसिल्स के सहयोग से केंद्र सरकार विकास की तमाम योजनाओं का लाभ अब और तेजी से पहुंचाएगी।लेकिन मेरा उनसे आग्रह है कि वो देशहित को सर्वोपरि रखते हुए व्यवहार करें और जम्मू-कश्मीर-लद्दाख को नई दिशा देने में सरकार की मदद करें। अब हमें जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के हित में एकजुट होकर काम करना है।