Man vs Wild:PM मोदी ने बेयर ग्रिल्स को बताया- 18 साल में यह मेरा पहला वेकेशन है
नई दिल्ली। डिस्कवरी चैनल पर सोमवार रात नौ बजे मैन वर्सेस वाइल्ड शो के स्पेशल शो का प्रसारण किया गया। इस एपिसोड में शो के होस्ट बियर ग्रिल्स ने भारत के पीएम मोदी के साथ स्क्रीन साझा की। शूटिंग के सिलसिले में शो के होस्ट बेयर ग्रिल्स के साथ पीएम नरेंद्र मोदी फरवरी में कॉर्बेट पार्क आए थे। इस शो में पीएम मोदी ने अपनी जिंदगी के कई अहम किस्सों उनके साथ शेयर किए। पीएम मोदी ने प्रकृति और हिमालय से अपने लगाव के बारे में भी बताया।
यह 18 साल में मेरा पहला वेकेशन है: मोदी
शो में बातचीत के दौरान मोदी ने बेयर ग्रिल्स से कहा कि आप पहली बार भारत आए हो। इस पर बेयर ने जवाब दिया कि मैं पहली बार भारत नहीं आया हूं। सबसे पहले 18 साल की उम्र में भारत आया था। इस दौरान बेयर ग्रिल्स ने मोदी से उनकी जिंदगी के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि करीब 13 साल एक राज्य का सीएम था। इसके बाद देश की जनता ने पीएम बना दिया। यदि आप इसे कोई वेकेशन कहें तो यह 18 साल में मेरा पहला वेकेशन है।
' बचपन से ही मुझे साफ सुथरा रहना पसंद था'
अपनी बचपन के बारे में बताते हुए पीएम ने कहा कि मैं स्कूल के बाद अपने पिता के साथ उनकी मदद करता था। उन्होंने कहा कि वह रेलवे स्टेशन पर लोगों को चाय पिलाते थे। प्रधानमंत्री ने बेयर ग्रिल्स को ये भी बताया कि वह किस तरह कपड़े इस्त्री करते थे। उन्होंने बताया कि मैं गर्म कोयले को एक तांबे के बर्तन में रख लेता था। इसी से मैं अपने कपड़े इस्त्री करता था। बेयर ग्रिल्स ने प्रधानमंत्री से कहा कि वह खुद को इतना मेंटेन किस तरह करते हैं। इस पर पीएम ने कहा कि उन्हें बचपन से ही उन्हें साफ सुथरा रहना पसंद है।
ओस की सुखी हुई पर्त का उपयोग नहाने के लिए करता था
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका बचपन बड़ी गरीबी में बीता। वह गुजरात में अपने माता-पिता समेत पूरे परिवार के साथ रहते थे। उन्होंने बताया कि गरीब परिवार से ताल्लुक रखने के कारण उनके पास नहाने और कपड़े धोने के साबुन के भी पैसे नहीं होते थे। ऐसे में वह ओस की सुखी हुई पर्त का उपयोग नहाने और कपड़े धुलने के लिए करते थे। बेयर ग्रिल्स ने पूछा कि किस तरह वह नहाने के लिए इसका इस्तेमाल करते थे। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि वह उन परतों को पानी में गर्म करके उसका इस्तेमाल नहाने के लिए करते थे।
सलमान खुर्शीद बोले- कश्मीर के लिए 370 से बेहतर कुछ ऑप्शन होता तो किसी को आपत्ति नहीं होती