पाक सेना का विज्ञापन, गैर मुसलमान ही सफाई कर्मचारी के लिए कर सकते हैं आवेदन: PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल कैडेट कोर्प्स की रैली के दौरान युवा कैडेट्स को संबोधित करते हुए पाकिस्तान पर जमकर हमला बोला। प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान को धूल चटाने में भारत को 10 दिन से ज्यादा समय नहीं लगेगा। पीएम ने कहा कि भारत के खिलाफ तीन युद्ध पाकिस्तान हार चुका है, लेकिन बावजूद इसके वह छद्म युद्ध से बाज नहीं आ रहा है। केंद्र की पिछली सरकारों पर हमला बोलते हुए पीएम ने कहा कि उन सरकारों ने पाकिस्तान के छद्म युद्ध को कानून व्यवस्था की समस्या की समस्या के तौर पर लिया, जब हमारे सेना कार्रवाई की बात करती तो इन्होंने कभी भी सेना को इसकी अनुमति नहीं दी।
सीएए का समर्थन
पीएम ने कहा ने कहा कुछ दल नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे हैं, वह इसका विरोध वोट बैंक राजनीति की वजह से कर रहे हैं। उन्होने कहा कि इस कानून का विरोध करके ये दल दलितों और अन्य वंचित वर्ग जिनका पाकिस्तान में शोषण हो रहा है उनका विरोध कर रहे हैं। कुछ लोग खुद को दलितों की आवाज बताते हैं। लेकिन ये लोग पाकिस्तान में दलितों के हश्र को नहीं देख पा रहे हैं, अधिकतर लोग जो पाकिस्तान से आए हैं वह इसी वर्ग से जुड़े है। पीएम ने इस दौरान पाक सेना द्वारा रोजगार के विज्ञापन का भी जिक्र किया।
पाक सेना के विज्ञापन का जिक्र
पीएम ने कहा कि पाक की सेना ने नौकरी के लिए विज्ञापन जारी किया था, जिसमे लिखा था कि सफाई कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी। इसमे कहा गया था कि सिर्फ गैरमुस्लिम लोग ही इस नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं। कौन हैं ये लोग। ये वहीं शोषित लोग हैं। पाकिस्तान में इन लोगों के साथ इस तरह का ही बर्ताव किया जाता है। हम सीएए इसीलिए लेकर आए हैं ताकि कुछ राजनीतिक दलों के ऐतिहासिक भूल में सुधाार किया जा सके, लेकिन ये लोग वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं। आखिर किसके लाभ के लिए ये लोग काम कर रहे हैं।
कांग्रेस पर बोला हमला
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए पीएम ने कहा कि विपक्ष के नेता सही तरह की किताब पढ़ते हैं, बिना भेदभाव से लिखी गई किताब ही पढ़ते हैं। इन लोगो को बंटवारे की सच्चाई पा है। जब देश आजाद हुआ, तो किसकी सलाह से देश का बंटवारा हुआ। आखिर किसका निजी हित इसके पीछे था। आखिर कैसे वो लोग इसके लिए राजी हुए जिनकी पीढ़ियां देश पर राज करती रहीं। अगर आप सही किताब पढ़ते हैं, जो बिना किसी पूर्वाग्रह के लिखी गई तो आपको सच्चाई का पता चलेगा। पीएम ने कहा कि सीएए को लेकर कई भ्रांतियां फैलाई गईं, लेकिन सच्चाई ये है कि गांधीजी यही चाहते थे।