पीएम मोदी का दावा, 6 करोड़ किसानों के खातों में 12 हजार करोड़ ट्रांसफर कर नया कीर्तिमान रचा गया
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात के गांधी नगर में आयोजित हो रहे विश्व आलू सम्मेलन का उद्धाटन किया। उन्होंने दिल्ली में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा इस सम्मेलन की शुरुआत की और किसानों-प्रतिनिधियों को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं शताब्दी में भी कोई भूखा और कुपोषित न रहे, इसकी भी एक बड़ी जिम्मेदारी आप सभी के कंधों पर है। उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में खेती के तमाम प्रयासों में हजारों करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा कि पूरे आलू के उत्पादन में 20 फीसदी की वृद्धि हुई है, गुजरात में यह 170 फीसदी बढ़ गया है। सिंचाई के लिए नीतिगत पहल, निर्णय और आधुनिक सुविधाएं गुणवत्ता और मात्रा दोनों में इस वृद्धि के पीछे कारण हैं। साल 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को लेकर तेजी से कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के प्रयास और सरकार की पॉलिसी के कॉम्बिनेशन का ही परिणाम है कि अनेक अनाजों और दूसरे खाने के सामान के उत्पादन में भारत दुनिया के टॉप-3 देशों में है।
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि खेती की लागत कम हो, किसान का खर्च कम हो, सरकार द्वारा शुरू की गई किसान सम्मान निधि से किसानों के अनेक खर्चो को पूरा करने की मदद मिली है। इस महीने के शुरुआत में, एक साथ 6 करोड़ किसानों के बैंक खातों में, 12 हजार करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर करके एक नया रिकॉर्ड भी बनाया गया है।
उन्होंने कहा किसान और उपभोक्ता के बीच के लेयर्स और उपज की बर्बादी को कम करना हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए परंपरागत कृषि को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा सरकार का जोर कृषि टेक्नॉलॉजी आधारित 'स्टार्ट अप्स' को प्रमोट करने पर भी है ताकि स्मार्ट और प्रिसिजन एग्रीकल्चर के लिए जरूरी किसानों के डेटाबेस और एग्री स्टैक का उपयोग किया जा सके। हमें एक समय पर दालों की कमी थी, लेकिन हमारे किसानों ने पहल की और इस मुद्दे को हल किया।