PM मोदी ने किया नए कश्मीर और नए लद्दाख का वादा, 10 बड़ी बातें
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शाम देश को संबोधित किया। मोदी का राष्ट्र के नाम यह संबोधन ऐसे समय में हो रहा है, जब स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के उनके औपचारिक संबोधन में कुछ ही दिन बचे हैं। राज्य से धारा 370 हटाए जाने पर बोलते पीएम मोदी ने कहा कि, एक राष्ट्र के तौर पर, एक परिवार के तौर पर, आपने, हमने, पूरे देश ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। एक ऐसी व्यवस्था, जिसकी वजह से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के हमारे भाई-बहन अनेक अधिकारों से वंचित थे, जो उनके विकास में बड़ी बाधा थी, वो अब दूर हो गई है।
पाकिस्तान पर लगाए गंभीर आरोप
पीएम मोदी ने कहा कि, जो सपना सरदार पटेल का था, बाबा साहेब अंबेडकर का था, डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का था, अटल जी और करोड़ों देशभक्तों का था, वो अब पूरा हुआ है। समाज जीवन में कुछ बातें, समय के साथ इतनी घुल-मिल जाती हैं कि कई बार उन चीजों को स्थाई मान लिया जाता है। ये भाव आ जाता है कि, कुछ बदलेगा नहीं, ऐसे ही चलेगा। उन्होंने कहा कि, अनुच्छेद 370 के साथ भी ऐसा ही भाव था। उससे जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के हमारे भाई-बहनों की जो हानि हो रही थी, उसकी चर्चा ही नहीं होती थी। हैरानी की बात ये है कि किसी से भी बात करें, तो कोई ये भी नहीं बता पाता था कि अनुच्छेद 370 से जम्मू-कश्मीर के लोगों के जीवन में क्या लाभ हुआ।
पीएम
मोदी
ने
कहा
कि,
इन
दोनों
अनुच्छेदों
का
देश
के
खिलाफ
कुछ
लोगों
की
भावनाएं
भड़काने
के
लिए
पाकिस्तान
के
द्वारा
एक
शस्त्र
की
तरह
इस्तेमाल
किया
गया।
आर्टिकल
370
और
35ए
ने
जम्मू
कश्मीर
को
अलगाववाद,
आतंकवाद,
परिवारवाद
और
व्यवस्थाओं
में
बड़े
पैमाने
में
फैले
भ्रष्टाचार
के
अलावा
कुछ
नहीं
दिया।आर्टिकल
370
और
35ए
इन
दोनों
अनुच्छेद
का
देश
के
खिलाफ
कुछ
लोगों
की
भावनाएं
भड़काने
के
लिए
पाकिस्तान
की
ओर
से
एक
शस्त्र
की
तरह
उपयोग
किया
जा
रहा
था।
पीएम
मोदी
ने
कहा
कि,
ये
वो
लोग
हैं
जो
बंटवारे
के
बाद
पाकिस्तान
से
भारत
आए
थे।
क्या
इन
लोगों
के
साथ
अन्याय
ऐसे
ही
चलता
रहता?
जम्मू कश्मीर में सफाई एक्ट पर बड़ा ऐलान
पीएम मोदी ने कहा कि, देश के अन्य राज्यों में सफाई कर्मचारियों के लिए सफाई कर्मचारी एक्ट लागू है, लेकिन जम्मू-कश्मीर के सफाई कर्मचारी इससे वंचित थे।देश के अन्य राज्यों में दलितों पर अत्याचार रोकने के लिए सख्त कानून लागू है, लेकिन जम्मू-कश्मीर में ऐसे कानून लागू नहीं होते थे। देश के अन्य राज्यों में अल्पसंख्यकों के हितों के संरक्षण के लिए माइनॉरिटी एक्ट लागू है, लेकिन जम्मू-कश्मीर में ऐसा नहीं था। देश के अन्य राज्यों में श्रमिकों के हितों की रक्षा के लिए Minimum Wages Act लागू है, लेकिन जम्मू-कश्मीर में ये सिर्फ कागजों पर ही मिलता था।
रोजगार
पीएम मोदी ने कहा कि, नई व्यवस्था में केंद्र सरकार की ये प्राथमिकता रहेगी कि राज्य के कर्मचारियों को, जम्मू-कश्मीर पुलिस को, दूसरे केंद्र शासित प्रदेश के कर्मचारियों और वहां की पुलिस के बराबर सुविधाएं मिलें। जल्द ही जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में केंद्रीय और राज्य के रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इससे स्थानीय नौजवानों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। केंद्र की पब्लिक सेक्टर यूनिट्स और प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों को भी रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
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अब्दुल्ला -मुफ्ती परिवार पर मोदी का हमला
जम्मू-कश्मीर के युवाओं को परिवाररवाद ने आगे आने का मौका ही नहीं दिया, अब जम्मू-कश्मीर के युवाओं को मौका मिलेगा। मैं उनसे आह्वान करता हूं कि विकास के काम के लिए आगे आइए। मैं नौजवानों, वहां की बहनों-बेटियों से आग्रह करूंगा कि अपने क्षेत्र के विकास की कमान खुद संभालिए। जम्मू कश्मीर में राजस्व घाटा बहुत ज्यादा है। ये चिंता का विषय है। केंद्र सरकार ये भी सुनिश्चित करेगी की इसके प्रभाव को कम किया जाए।
विकास
पीएम मोदी ने कहा कि, हमने जम्मू-कश्मीर प्रशासन में एक नई कार्यसंस्कृति लाने, पारदर्शिता लाने का प्रयास किया है।इसी का नतीजा है कि IIT, IIM, एम्स, हों, तमाम इरिगेशन प्रोजेक्ट्स हो, पावर प्रोजेक्ट्स हों, या फिर एंटी करप्शन ब्यूरो, इन सबके काम में तेजी आई है। आप ये जानकर चौंक जाएंगे कि जम्मू-कश्मीर में दशकों से, हजारों की संख्या में ऐसे भाई-बहन रहते हैं, जिन्हें लोकसभा के चुनाव में तो वोट डालने का अधिकार था, लेकिन वो विधानसभा और स्थानीय निकाय के चुनाव में मतदान नहीं कर सकते थे। मैं जम्मू- कश्मीर के लोगों विश्वास दिलाता हूं आगे भी जनप्रतिनिधि आपके बीच से ही चुने जाएंगे। विधायक आपके बीच से ही होगा, सीएम आपके बीच से ही होगा।
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लद्दाख पर अधिक जोर
केंद्र
शासित
प्रदेश
बन
जाने
के
बाद
अब
लद्दाख
के
लोगों
का
विकास
भारत
सरकार
की
विशेष
जिम्मेदारी
है।
स्थानीय
प्रतिनिधियों,
लद्दाख
और
कारगिल
की
डवलपमेंट
काउंसिल्स
के
सहयोग
से
केंद्र
सरकार
विकास
की
तमाम
योजनाओं
का
लाभ
अब
और
तेजी
से
पहुंचाएगी।लेकिन
मेरा
उनसे
आग्रह
है
कि
वो
देशहित
को
सर्वोपरि
रखते
हुए
व्यवहार
करें
और
जम्मू-कश्मीर-लद्दाख
को
नई
दिशा
देने
में
सरकार
की
मदद
करें।
संसद
में
किसने
मतदान
किया,
किसने
नहीं
किया,
इससे
आगे
बढ़कर
अब
हमें
जम्मू-कश्मीर-लद्दाख
के
हित
में
मिलकर,
एकजुट
होकर
काम
करना
है।
मैं
हर
देशवासी
को
ये
भी
कहना
चाहता
हूं
कि
जम्मू-कश्मीर
और
लद्दाख
के
लोगों
की
चिंता,
हम
सबकी
चिंता
है,
उनके
सुख-दुःख,
उनकी
तकलीफ
से
हम
अलग
नहीं
हैं
पर्यटन
पर
जोर
पीएम
मोदी
ने
कहा
कि,
जम्मू-कश्मीर
के
केसर
का
रंग
हो
या
कहवा
का
स्वाद,सेब
का
मीठापन
हो
या
खुबानी
का
रसीलापन,
कश्मीरी
शॉल
हो
या
फिर
कलाकृतियां,
लद्दाख
के
ऑर्गैनिक
प्रॉडक्ट्स
हों
या
हर्बल
मेडिसिन,
इसका
प्रसार
दुनियाभर
में
किए
जाने
का
जरूरत
है।
उन्होंने
कहा
कि,
पहले
जम्मू-कश्मीर
में
फिल्मों
की
शूटिंग
होती
थी,
मैं
फिल्म
निर्माताओं
से
आग्रह
करता
हूं
कि
यहां
आकर
शूटिंग
करें।
घाटी में आतंकवाद पाकिस्तान की देन
पीएम मोदी ने कहा कि,अनुच्छेद 370 से मुक्ति एक सच्चाई है, लेकिन सच्चाई ये भी है कि इस समय ऐहतियात के तौर पर उठाए गए कदमों की वजह से जो परेशानी हो रही है, उसका मुकाबला भी वही लोग कर रहे हैं। कुछ मुट्ठी भर लोग जो वहां हालात बिगाड़ना चाहते हैं, उन्हें जवाब भी वहां के स्थानीय लोग दे रहे हैं। हमें ये भी नहीं भूलना चाहिए कि आतंकवाद और अलगाववाद को बढ़ावा देने की पाकिस्तानी साजिशों के विरोध में जम्मू-कश्मीर के ही देशभक्त लोग डटकर खड़े हुए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि, जम्मू-कश्मीर के साथियों को भरोसा देता हूं कि धीरे-धीरे हालात सामान्य हो जाएंगे और उनकी परेशानी भी कम होती चली जाएगी।
पीएम मोदी ने दी ईद की बधाई
सरकार इस बात का ध्यान रख रही है कि जम्मू-कश्मीर में ईद मनाने में लोगों को कोई परेशानी न हो। हमारे जो साथी जम्मू-कश्मीर से बाहर रहते हैं और ईद पर अपने घर वापस जाना चाहते हैं, उनको भी सरकार हर संभव मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि, जम्मू-कश्मीर के लोगों की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाबलों के साथियों का आभार व्यक्त करता हूं।प्रशासन से जुड़े लोग, राज्य के कर्मचारी और जम्मू-कश्मीर पुलिस जिस तरह से स्थितियों को सँभाल रही है वो प्रशंसनीय है।आपके इस परिश्रम ने मेरा ये विश्वास और बढ़ाया है कि बदलाव हो सकता है। ये फैसला जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के साथ ही पूरे भारत की आर्थिक प्रगति में सहयोग करेगा। जब दुनिया के इस महत्वपूर्ण भूभाग में शांति और खुशहाली आएगी, तो स्वभाविक रूप से विश्व शांति के प्रयासों को मजबूती मिलेगी। मैं जम्मू-कश्मीर के अपने भाइयों और बहनों से, लद्दाख के अपने भाइयों और बहनों से आह्वान करता हूं। आइए, हम सब मिलकर दुनिया को दिखा दें कि इस क्षेत्र के लोगों का सामर्थ्य कितना ज्यादा है, यहां के लोगों का हौसला, उनका जज्बा कितना ज्यादा है।
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