कोरोना संकट में पीएम मोदी की स्वदेशी अपनाओ अपील, दिया 'लोकल को वोकल' का नारा
प्रधानमंत्री ने क्यों कहा हमें "लोकल" ने ही इस संकट से बचाया है
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रात आठ बजे देश के नाम अपने संबोधन किया इस अवसर पर कोरोना वायरस के कारण उपजे आर्थिक हालात को सुधारने के लिए देश के लिए 20 लाख करोड़ रुपए की घोषणा की है। पीएम मोदी ने कहा कि यह आर्थिक पैकेज, 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें इस संकट में लोकल ने ही बचाया हैं। कोरोना संकट में पीएम मोदी ने स्वदेशी अपनाओ की अपील करते हुए 'लोकल को वोकल' का नारा दिया। आइए जानते हैं पीएम मोदी ने आखिरी ये बात किसके संदर्भ में कहीं ......
इस संकट ने सिखायी ये बात
बता दें मार्च में कोरोना वायरस के देश में दस्तक देने के बाद देश भर में 24 मार्च को लॉकडाउन कर दिया गया था। पीएम मोदी द्वारा लॉकडाउन की घोषणा से पहले ही कई राज्यों में मॉल भी बंद करवा दिए गए थे। ऐसे संकट के बीच मॉल बंद होने के कारण कोरोना की इस संकट की घड़ी में लोकल मार्केट और घरों में स्थापित दुकानों और लोकल प्रोडक्ट ने हमारा जीवन आसान किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में इसी बात को याद दिलाया कि इस इस संकट ने हमें बताया कि लोकल प्रोडक्ट और लोकल सप्लाई चेन कितनी जरूरी है।
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लोकल प्रोडक्ट और लोकल सप्लाई चेन ने ही हमारी जरुरतें की पूरी
गौरतलब हैं कि जब से ये शांपिंग मॉल और बड़ी-बड़ी आलीशान दुकानों का कल्चर आया तो हर कोई वहीं से ब्रांडेड सामानों की खरददारी करने लगे जिस कारण गली-मोहल्लों की दुकानें और लोकल बाजारों का बिजनेस बहुत प्रभावित हुआ साथ ही लोकल प्रोडक्ट और लोकल चीजें सप्लाई करने वालों को तबज्जों मिलनी बंद हो गई लेकिन लॉकडाउन में ये ही लोकल मार्केट लोकल प्रोडक्ट और लोकल सप्लाई चेन ने ही पूरे सिस्टम को रीढ़ की मजबूत हड्डी की तरह सब कुछ संभाल लिया। इस कड़े लॉकडाउन में भी किसी को खाने-पीने से संबंधित हर वस्तुएं असानी से इस लोकल प्रोडक्ट और लोकल सप्लाई चेन के कारण उपलब्ध हो सकी।
दिया 'लोकल को वोकल' का नारा
प्रधानमंत्री ने अपील करते हुए कहा कि आज से हर भारतवासी को अपने लोकल के लिए ‘वोकल' बनना है, न सिर्फ लोकल प्रोडक्ट्स खरीदने हैं, बल्कि उनका गर्व से प्रचार भी करना है। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारा देश ऐसा कर सकता है।पीएम मोदी ने कहा कि इसलिए हमेशा हमें लोकल प्रोडक्ट को बढ़ावा देना हैं। हमे उनसे खरीददारी करके लोकल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि हमे उन्हें लोकल से ग्लोबल बनाना है। पीएम ने कहा कि आज से हर भारतवासी को लोकल के लिए वोकल बनना है मतलब समान खरीदने के साथ उसका खूब प्रचार करना हैं।
पीएम ने आत्;मनिर्भर अभियान की शुरुआत
पीएम मोदी ने आर्थिक पैकेज की घोषणा करते हुए कहा कि आज जिस आर्थिक पैकेज का ऐलान हो रहा है, उसे जोड़ दें तो ये करीब-करीब 20 लाख करोड़ रुपए का है। ये पैकेज भारत की GDP का करीब-करीब 10 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि इसके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को, आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को, 20 लाख करोड़ रुपए का संबल मिलेगा, सपोर्ट मिलेगा। 20 लाख करोड़ रुपए का ये पैकेज, 2020 में देश की विकास यात्रा को, आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए, इस पैकेज में Land, Labour, Liquidity और Laws, सभी पर बल दिया गया है। ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, हमारे लघु-मंझोले उद्योग, हमारे MSME के लिए है, जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है, जो आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का मजबूत आधार है।
पीएम मोदी ने मध्यम और गरीब वर्ग के लिए कहीं ये बड़ी बात
पीएम ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा, 'ये आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए है, देश के उस किसान के लिए है जो हर स्थिति, हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन रात परिश्रम कर रहा है। ये आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देता है, देश के विकास में अपना योगदान देता है।' उन्होंने कहा कि ये संकट इतना बड़ा है, कि बड़ी से बड़ी व्यवस्थाएं हिल गई हैं। लेकिन इन्हीं परिस्थितियों में हमने, देश ने हमारे गरीब भाई-बहनों की संघर्ष-शक्ति, उनकी संयम-शक्ति का भी दर्शन किया है।
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