24 घंटे के भीतर ऐसे पकड़े गए पीएम मोदी की भतीजी का पर्स लूटने वाले लुटेरे, 700 जवानों ने सुलझाई लूट की गुत्थी
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में हौसलाबुलंद बदमाशों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भतीजी के साथ लूटपाट की घटना से हड़कंप मच गया। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए दमयंती बेन मोदी से एलजी हाउस के पास पर्स छीनने के दोनों आरोपियों को अगले दिन ही दबोच लिया। उनके पास से दमयंती का पूरा सामान भी बरामद कर लिया गया है। दमयंती बेन के मुताबिक, पर्स में करीब 56 हजार रुपए, दो मोबाइल और कई जरूरी कागजात थे। वहीं, बताया जा रहा है कि इस हाईप्रोफाइल मामले को सुलझाने में राजधानी के 700 पुलिसकर्मी लगे थे।
700 पुलिसकर्मी बदमाशों की तलाश में जुटे थे
अमृतसर से दिल्ली पहुंची पीएम मोदी की भतीजी दमयंती बेन मोदी सिविल लाइंस इलाके में बने गुजराती समाज भवन के पास ऑटो से उतर रही थीं, कि तभी स्कूटी सवार दो युवकों ने उनके हाथ से पर्स छीना और वहां से फरार हो गए थे। पुलिस टीम ने इस मामले में सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए तो दोनों आरोपी एक फुटेज में दिखाई दिए। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने उनका रूट मैप तलाशने के लिए करीब 200 सीसीटीवी फुटेज खंगाले।
सीसीटीवी फुटेज के जरिए बदमाशों तक पहुंची पुलिस
सीसीटीवी फुटेज के जरिए दिल्ली पुलिस की टीम हरियाणा के सोनीपत पहुंची। दोनों स्नैचर्स में से एक गौरव अपने रिश्तेदार के घर सोनीपत में ही छिपा था। उसने वारदात को अंजाम देने के बाद स्कूटी सुल्तानपुरी में अपने मौसी के यहां छिपाई थी। पुलिस ने दूसरे आरोपी आकाश को सुल्तानपुरी से ही दबोचा। पुलिस के मुताबिक, दोनों स्नैचर्स के पास से दमयंती बेन की घड़ी और छिनैती में गए दस्तावेज आदि बरामद कर लिए गए हैं।
प्रह्लाद मोदी की बेटी हैं दमयंती
पीएम मोदी की भतीजी के साथ लूट की वारदात दिल्ली के वीवीआईपी इलाकों में गिने जाने वाले सिविल लाइन्स में हुई थी। दमयंती प्रहलाद भाई मोदी की बेटी हैं जो पीएम मोदी के भाई हैं। दमयंती ने थाने में केस दर्ज कराते समय पीएम मोदी की भतीजी होने की बात नहीं बताई थी। लेकिन जैसे ही ये बात पुलिस को मीडिया के जरिए पता चली, महकमे में हड़कंप मच गया। इसके बाद पुलिस तुरंत एक्शन में आई। सूत्रों के मुताबिक, 700 पुलिसकर्मी इस लूट को अंजाम देने वाले बदमाशों की तलाश में जुटे थे। वहीं, पीएम मोदी की भतीजी के साथ लूट का मामला अगले ही दिन सुलझाए जाने के बाद आम लोग अन्य केसों को लेकर दिल्ली पुलिस से सवाल पूछने लगे हैं।