पीएम मोदी ने 'मन की बात' में लिया 12 साल की काम्या कार्तिकेयन का नाम, जानिए कौन है वो और क्या है उनकी उपलब्धियां
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने आज 62वीं 'मन की बात' कार्यक्रम में मुंबई की 12 वर्षीय काम्या कार्तिकेयन का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में काम्या की उपलब्धी को देश के लिए गर्व का विषय बताया। दरअसल काम्या कार्तिकेयन ने इसी महीने दक्षिणी अमेरिका के 7000 फीट ऊंचे ऐतिहासिक माउंट एकोनकागुआ पर चढ़ाई पूरी की थी। काम्या ऐसा करने वाली सबसे कम उम्र की पर्वतरोही है। काम्या मुंबई की नेवी चिल्ड्रेन स्कूल में 7वीं की छात्र है। काम्या के पिता भारतीय वायुसेना में कमांडर हैं। विस्तार से जानिए पूरा मामला
एक फरवरी को काम्या ने माउंट एकॉन्कागुआ पर लहराया तिरंगा
काम्या कार्तिकेयन ने 24 अगस्त, 2019 को लद्दाख में 6260 मीटर ऊंची मेंटॉक कांगड़ी II पर भी चढ़ाई पूरी की। ऐसा करने वाली वह सबसे कम उम्र की पर्वतारोही थीं। माउंट एकॉन्कागुआ फतह करने पर नौसेना के अधिकारियों ने काम्या कार्तिकेयन की जमकर तारीफ की। उन्होंने बताया कि काम्या ने शारीरिक और मानसिक तैयारी और साहसिक खेलों में नियमित भागीदारी के बाद यह सफलता हासिल की। उन्होंने इस दुर्लभ उपलब्धि को हासिल करने के लिए कई प्रशासनिक बाधाओं को पार किया।
3 वर्ष की उम्र से ट्रैकिंग शुरू
काम्या माउंट एकोनकागुआ से पहले 24 अगस्त 2019 को सर्द मौसम में लद्दाख की 6260 मीटर ऊंची माउंट मेंटॉक कांगड़ी पर भी फतह हासिल कर चुकीं हैं। बचपन से ही काम्या में माउंटेनियरिंग का जुनून पैदा हो गया था। काम्या ने माउंटेनियरिंग की तरफ पहला कदम महज 3 साल की उम्र में ही बढ़ा दिया था। इस उम्र में ही वो लोनावला में बेसिक ट्रेक पर जाती थी। 9 साल की उम्र आते-आते काम्या ने अपने माता-पिता के साथ उत्तराखंड में कई हाई-अल्टीट्यूड ट्रेक कर लिये थे। एक साल बाद काम्या नेपाल में 5346 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एवरेस्ट बेस कैंप पहुंच गयी थीं।
2021 एक्सप्लोरर्स ग्रैंड जीतने का लक्ष्य
काम्या ने अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो, यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रुस (5642 मीटर) और ऑस्ट्रेलिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट कोसुज्को पर भी चढ़ाई करने में कामयाबी हासिल की है। वह अगले साल एक्सप्लोरर्स ग्रैंड स्लैम को पूरा करना चाहती हैं। इसके लिए उन्हें सभी महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों को फतह करना होगा।