लाइट-कैमरा-एक्शन के बीच पीएम मोदी ने कालेधन पर किए ये EXCLUSIVE खुलासे
CAI के कार्यक्रम में फिल्मी एंट्री के बाद पीएम ने जब अपना संबोधन शुरू किया तो जीएसटी को एक ऐतिहासिक फैसला बताया
नई दिल्ली। जीएसटी के लागू होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) के कार्यक्रम में पहुंचे। वहां उनकी एंट्री लाइट्स, कैमरा और एक्शन के बीच फिल्मी अंदाज में हुई। चारों तरफ लाइट जल रही थीं। पीएम जैसे-जैसे बढ़ रहे थे, वैसे-वैसे लाइट का रंग भी बदल रहा था। हजारों की संख्या में लोग पीएम की फोटो खींच रहे थे और पीएम सबका अभिवादन स्वीकार करते हुए डायस की तरफ बढ़ते जा रहे थे।
ICAI के कार्यक्रम में फिल्मी एंट्री के बाद पीएम ने जब अपना संबोधन शुरू किया तो जीएसटी को एक ऐतिहासिक फैसला बताया और कहा कि इससे देश की तकदीर बदल जाएगी। पीएम ने चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को आर्थिक जगत का ऋषि बताया। साथ ही उन्होंने कहा 'राजनीति का हिसाब करने वाले जीएसटी और नोटबंदी जैसे फैसले नहीं लेते, ऐसे फैसले तो राष्ट्र का हित सोचने वाली सरकार लेती है जैसा की हमारी सरकार ने किया है'। आइए जानते हैं पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम में क्या मुख्य बातें कहीं।
- सीए समुदाय समाज के आर्थिक स्वास्थ्य का ख्याल रखता है।
- इस देश को कुछ गिने-चुने लोगों ने लूटा है। यह कुछ लोग नहीं चाहते कि देश तरक्की करे।
- जिन लोगों ने भी गरीबों को लूटा है, उन्हें सब कुछ वापस देना होगा।
- एक ओर स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा है और दूसरी ओर देश से भ्रष्टाचार को साफ करने की मुहिम चलाई जा रही है।
- हम कभी नहीं भूलेंगे कैसे प्रोफेशनल्स की कम्युनिटी ने देश की आजादी के लिए संघर्ष किया।
- जिस तरह से वकीलों ने देश की आजादी के लिए संघर्ष किया, मैं सभी चार्टर्ड अकाउंटेट्स से अनुरोध करता हूं कि वह भारत के आर्थिक विकास में अपना योगदान दें।
- आज से दो साल बाद स्विस बैंक वहां के खातों की जानकारी देने लगेगा, जिन लोगों ने विदेशी बैंकों में पैसे जमा किए हैं, उनके लिए मुश्किल की घड़ी आने वाली है।
- आप लोगों के सिग्नेचर पर सभी बहुत भरोसा करते हैं, कृपया उस भरोसे को कभी मत तोड़िएगा।
- एक बार आप ठान लेंगे तो मैं विश्वास से कह सकता हूं कि टैक्स चोरी करने की हिम्मत कोई नहीं कर पाएगा।
- चलिए हम सब स्वतंत्रता की 75वीं सालगिरह यानी 2022 तक भारत को जैसा बनाना चाहते हैं, वैसा बनाने के लिए प्रयास करते हैं।
- एक लाख से ज्यादा कंपनियों को एक साथ बंद किया, आने वाले दिनों में और भी कठोर कार्रवाई करेंगे।
- नोटबंदी के बाद 3 लाख रजिस्टर्ड कंपनियां शक के घेरे में हैं।
- 11 साल में सिर्फ 25 CA पर कार्रवाई हुई है।
- लोगों को ईमानदारी से टैक्स जमा करने के लिए प्रेरित करना होगा।
- आप मेरी भावना समझिए, देश अहम मोड़ पर खड़ा है।