UN के मंच से कोरोना वैक्सीन को लेकर पीएम मोदी ने दुनिया को दिया बड़ा आश्वासन
UN के मंच से कोरोना वैक्सीन को लेकर पीएम मोदी ने दुनिया को दिया बड़ा आश्वासन
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (26 सितंबर) संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र में आम सभा को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र महासभा के महत्व को लेकर की। उन्होंने दुनिया के लिए इसकी अहमियत पर बात की तो भारत की भूमिका पर बोलते हुए कहा कि अगले जनवरी से भारत सुरक्षा परिषद के गैर-स्थायी सदस्य के रूप में भी अपनी जिम्मेदारी निभाएगा। पीएम ने महासभा में बदलाव को वक्त की जरूरत बताते हुए भारत की स्थायी सदस्यता के लिए भी जोर दिया। वहीं पीएम मोदी ने इस बैठक को संबोधित करते हुए कोरोना वैक्सीन को लेकर भी आश्वासन दिया ।
पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि विश्व के सबसे बड़े वैक्सीन उत्पादक देश के तौर पर आज मैं वैश्विक समुदाय को एक और आश्वासन देना चाहता हूं। भारत की वैक्सीन प्रोडक्शन और वैक्सीन डिलिवरी क्षमता पूरी मानवता को इस संकट से बाहर निकालने के लिए काम आएगी। महामारी के इस मुश्किल समय में भी भारत की फार्मा इंडस्ट्री ने 150 से अधिक देशों को जरूरी दवाइयां भेजीं हैं।
#WATCH As the largest vaccine producing country of the world, I want to give one more assurance to the global community today. India’s vaccine production and delivery capacity will be used to help all humanity in fighting this crisis: PM Modi #ModiAtUN pic.twitter.com/QS5M5hltMg
— ANI (@ANI) September 26, 2020
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा हम पूरे विश्व को एक परिवार मानते हैं। यह हमारी संस्कृति, संस्कार और सोच का हिस्सा है। संयुक्त राष्ट्र में भी भारत ने हमेशा विश्व कल्याण को ही प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि पिछले 8-9 महीने से विश्व कोरोना वैश्विक महामारी से संघर्ष कर रहा है। इस वैश्विक महामारी से निपटने के प्रयासों में संयुक्त राष्ट्र कहां है? एक प्रभावशाली प्रतिक्रिया कहां है? संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रियाओं में, व्यवस्थाओं में बदलाव आज समय की मांग है।
पीएम मोदी ने यूएन को संबोधित करते हुए कि महामारी के इस मुश्किल समय में भी भारत की फार्मा इंडस्ट्री ने 150 से अधिक देशों को जरूरी दवाइयां भेजीं हैं। विश्व के सबसे बड़े वैक्सीन उत्पादक देश के तौर पर आज मैं वैश्विक समुदाय को एक और आश्वासन देना चाहता हूं। भारत की वैक्सीन का उत्पादन और वैक्सीन वितरण क्षमता पूरी मानवता को इस संकट से बाहर निकालने के लिए काम आएगी। भारत के लोग संयुक्त राष्ट्र के सुधारों को लेकर जो प्रक्रिया चल रही है, उसके पूरा होने का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। भारत के लोग चिंतित हैं कि क्या ये प्रक्रिया तार्किक अंत तक पहुंच पाएगी। आखिर कब तक भारत को संयुक्त राष्ट्र के डिसीजन मेकिंग स्ट्रक्चर से अलग रखा जाएगा।
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